राजस्थान सरकार ने प्रभारी मंत्रियों को भले ही बाढ़ प्रभावित जिलों में भेज दिया हो, मगर वे भी इस आपदा से प्रभावित लोगों की सीमित मात्रा में ही मदद का आश्वासन दे पा रहे हैं।
लगातार हो रही बारिश के चलते देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हिमाचार प्रदेश में बारिश के कारण फिर से भूस्खलन हुआ। असम में भी बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं और देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में रविवार को भी बारिश जारी रही। गुजरात के मोरबी जिले के टनकारा तालुका में अधिक बारिश होने से कई डैम में जलस्तर बढ़ गया जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। राजस्थान के जोधपुर में मूसलाधार बारिश से दोपहिया वाहन सड़कों पर तैरते नजर आए। लोगों ने दुकानें नहीं खोली और घरों में कैद रहे। मानसून की पहली बारिश में सड़कों पर नदी नालों की तरह पानी बहा। इसमें बहती गाड़ियों को पकड़ने के लिए लोग मशक्कत करते रहे।
श्रीलंका में मूसलाधार बारिश के बाद आई भारी बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 91 लोगों के मरने जबकि 110 लोगों के लापता होने की खबर है। साल 1970 के बाद यह अब तक की सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा है। श्रीलंका में तुरंत राहत पहुंचाने के लिए आईएनएस किर्च को कोलंबो की ओर रवाना कर दिया गया है।
गंगा, यमुना, कृष्णा, कावेरी जैसी नदियों की अविरल धारा और निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए जल विशेषज्ञों ने तालाबों, छोटी नदियों को बचाने के कार्य से ग्राम पंचायतों को जोड़ने तथा नदियों को बांधे और जोड़े बिना बाढ़ और सूखे जैसी स्थिति से बचने का नया विज्ञान खोजने की जरूरत बतायी है।
एक फैशन शो कार्यक्रम में विधवा महिलाओं ने रैंप पर चलकर उन तमाम बेड़ियों को तोड़ने के संकेत दे दिए जो परंपराओं के नाम पर बरसों से उनके पैरों को जकड़े हुए हैं। इस फैशन शो का आयोजन गैर सरकारी संस्था सुलभ इंटरनेशन ने खास तौर से विधवा महिलाओं के लिए ही किया था।
कहते हैं इरादे मजबूत हो तो इंसान के लिए कोई काम कठिन नहीं होता। बारह साल की श्रद्धा शुक्ला ने कुछ ऐसा ही इरादा बनाया है कि वह उफनाती गंगा में 570 किलोमीटर की सफर तय करेगी।
बिहार में बाढ़ की स्थिति बेहद खराब हो गई है। गंगा नदी अभी भी अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तीन दिनों में बिहार में बाढ़ के चलते 19 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार की तुलना में गंगा के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है, लेकिन सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण लोगों में बेचैनी है। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास जाकर मुलाकात की।
असम और बिहार में आई बाढ़ में अभी तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बाढ़ का जायजा लेने के लिए शनिवार को असम दौरे पर रहे। दोनों राज्यों में बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया है। अकेले बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 लाख प्रभावित हुए हैं।