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भगत सिंह की जयंती आज: प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के डिप्टी सीएम केशव...
भगत सिंह की जयंती आज: प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक, देश के गृहमंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने शनिवार को क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले अमर शहीद भगत सिंह को उनकी जयंती पर शत-शत नमन।’’ 

वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सोशल साइट एक्स पर लिखा, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व वीर क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! माँ भारती की स्वतंत्रता के लिए उनका त्याग और समर्पण सदा अमर रहेगा। भारत की एकता-अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए उनका अतुल्य बलिदान सदियों तक हमें प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।

स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह की जयंती पर अमित शाह को श्रद्धांजलि देते हुए सोसल मंच एक्स पर लिखा, ''क्रांतिवीर भगत सिंह जी ने न केवल ब्रिटिश हुकूमत को बुलंद आवाज से ललकारा, बल्कि देश की स्वतंत्रता व सुनहरे कल के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दी। एक ओर उन्होंने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को माँ भारती की स्वाधीनता के लिए प्रेरित किया, तो दूसरी ओर टुकड़ों में बंटे स्वतंत्रता संग्राम को संगठित किया। उनके बलिदान की चिंगारी ऐसी महाज्वाला बनी, जिससे पूरे देश में आजादी की लहर और प्रचंड हो गयी। शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी को उनकी जयंती पर कोटिशः वंदन''।

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भगत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी...,शहीद भगत सिंह। अनन्त सम्मान के साथ भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन ! उनका साहस, उनका जज़्बा, उनकी शहादत- हमेशा हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी याद दिलाती है।

बता दें कि वर्ष 1907 में जन्मे सिंह को क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने के कारण मात्र 23 वर्ष की आयु में अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी। वह भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए संघर्ष करने वाले प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं।

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