चीन ने कहा है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ गलवान घाटी में तनाव को करने के लिए प्रभावी कदम उठा रहा हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने ये बातें सोमवार को कही है। चीन की तरफ से ये बयान भारत के सरकारी सूत्रों द्वारा गलवान घाटी में चीन द्वारा टेंट हटाने, सेना को पीछे करने और उपकरणों को हटाने की जानकारी के बाद आया है। गौरतलब है कि बीते महीने 15 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुए हिंसक झड़प में भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद से सीमा पर लगातार तनाव की स्तिथि बनी हुई है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीन ने बख्तरबंद वाहनों और उपकरणों को भी हटाना शुरू कर दिया है। दोनों पक्षों के कोर कमांडर के बीच हुए समझौते के अनुसार चीनी सैनिकों ने पीछे हटना शुरू किया है। सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना पैट्रोलिंग प्वाइंट 14 से टेंट को हटाती हुई दिखाई दे रही है। इसी तरह की गतिविधियां चीनी सैनिकों की गोगरा हॉट स्प्रिंग इलाके में भी देखी जा रही है।
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सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन से घाटी में फ्लैश प्वाइंट से चीनी सैनिकों के पीछे हटने की खबरों के बारे में पूछा गया। जिस पर झाओ ने कहा कि चीन द्वारा सीमा पर तनाव को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच 30 जून को कमांडर स्तर की बैठक हुई थी की।
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