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अफगानिस्तान में फिर सिर उठाने लगा अल-कायदा

अफगानिस्तान में नए सिरे से अल-कायदा के शिविर पनपने की आशंका पर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ऐसा लगता है कि अफगानिस्तान में एक पुराना दुश्मन फिर से सिर उठा रहा है।
अफगानिस्तान में फिर सिर उठाने लगा अल-कायदा

अखबार में छपी खबर के अनुसार अफगानिस्तान में अल-कायदा के प्रशिक्षण शिविर फिर से पनप रहे हैं जिसके चलते पेंटागन और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को इस बात का आकलन करना पड़ रहा है कि कहीं ये फिर से अमेरिका पर हमलों के लिए साजिश का केंद्र तो नहीं बन जाएंगे। अमेरिका और अफगान कमांडों के एक हालिया हमले में अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में अल-कायदा इन द इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) के आतंकी प्रशिक्षण शिविर में कम से कम 200 लड़ाके मारे गए थे। एक समय आतंकवाद का केंद्र रहे अफगानिस्तान में फिर से ऐसे प्रशिक्षण शिविरों के पनपने की आशंका से चिंताएं बढ़ने लगी हैं। 

 

अफगानिस्तान में पनप रहे मुट्ठीभर प्रशिक्षण शिविरों में से अधिकतर इतने बड़े नहीं हैं जैसे कि ओसामा बिन लादेन ने 11 सितंबर के हमलों से पहले बनाए थे। लेकिन अल-कायदा का भयावह तरीके से देश में लौटना अमेरिकी और अफगान अधिकारियों को सकते में डालने वाला है। खबर में कहा गया है, अभी तक अमेरिकी अधिकारियों ने बड़े स्तर पर पाकिस्तान से लगी अफगानिस्तान की उंची-नीची पर्वतीय सीमा के आसपास छिपे और आखिरी बचे आला अल-कायदा नेताओं पर निशाना साधा था। खबर के अनुसार अब अल-कायदा के शिविर अफगानिस्तान में पेंटागन की सूची में अविलंब कार्रवाई वाले बिंदुओं में हैं। सेना के अधिकारियों ने एक्यूआईएस के शिविर को अब तक मिले सबसे बड़े शिविरों में से एक बताया है। शिविर पर अक्तूबर में अमेरिकी और अफगान कमांडों ने हमले किए थे जिसमें कई अमेरिकी हवाई हमले किए गए थे।

 

अफगानिस्तान में शीर्ष अमेरिकी कमांडर जनरल जॉन कैंपबेल ने कहा था कि कार्रवाई के समय शिविर का इस्तेमाल अल कायदा का नया सहयोगी संगठन एक्यूआईएस कर रहा था। इस संगठन का गठन सितंबर 2014 में किया गया था और इसका आधार पाकिस्तान माना जाता है।

 

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