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अंडर-17 विश्व कप के स्टेडियमों में बड़े बदलाव की जरूरत : फीफा टीम

विश्व फुटबाल संचालन संस्था फीफा का जांच दल भारत की अगले साल होने वाले अंडर-17 विश्व कप के लिए तैयारियों का खाका बनाने के पहलू से तो संतुष्ट है लेकिन उसने कहा कि इसके आयोजन स्थल के छह स्टेडियमों को अंतरराष्टीय मानकों के अनुरूप होने के लिए ज्यादातर में बड़े बदलाव की जरूरत है।
अंडर-17 विश्व कप के स्टेडियमों में बड़े बदलाव की जरूरत : फीफा टीम

इस दल की अगुवाई टूर्नामेंट के फीफा प्रमुख जैमी यार्जा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार और फुटबाल महासंघ को अगर अक्टूबर की समय सीमा तक स्टेडियम को तैयार करना है तो उन्हें तुंरत ही निर्माण कार्य शुरू कर देना चाहिए।

यार्जा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं कहूंगा कि फीफा दल अंडर-17 फीफा विश्व कप की योजना से संतुष्ट है। जहां तक योजना बनाने का संबंध है तो एआईएफएफ, स्थानीय आयोजन समिति और सरकार ने काफी अच्छा काम किया है। हम टूर्नामेंट की योजना के बारे में 80 प्रतिशत संतुष्ट हैं।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमें मैदानी योजना में संशोधन की जरूरत है और सभी छह स्टेडियमों में काफी बड़े बदलाव की जरूरत है। विश्व कप मैच की मेजबानी के लिए मानकों का पालन करने के लिए स्टेडियमों की अंतिम समय सीमा अक्टूबर तक है। इसलिए राज्य और केंद्र सरकार तथा स्थानीय आयोजन समिति को निर्माण कार्य तुरंत शुरू करने की आवश्यकता है।

यार्जा ने कहा, ‘हमारे पास अब भी समय है लेकिन अक्टूबर ज्यादा दूर नहीं है और सभी हिस्सेदारों को सचमुच जल्दी काम करने की जरूरत है। अब योजनाओं को लागू करने का समय आ गया है।’ फीफा टीम 14 फरवरी से यहां हैं और उसने यहां आने से पहले कोच्चि, गोवा, मुंबई, कोलकाता, गुवाहाटी का मुआयना किया है। टीम ने यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की जांच की।

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