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दीपिका क्वार्टर फाइनल में हारी, ओलंपिक तीरंदाजी में पदक का 36 साल का भारत का इंतजार जारी

भारत की अनुभवी खिलाड़ी दीपिका कुमारी को शनिवार को यहां दो बार बढ़त बनाने के बावजूद पेरिस खेलों की...
दीपिका क्वार्टर फाइनल में हारी, ओलंपिक तीरंदाजी में पदक का 36 साल का भारत का इंतजार जारी

भारत की अनुभवी खिलाड़ी दीपिका कुमारी को शनिवार को यहां दो बार बढ़त बनाने के बावजूद पेरिस खेलों की तीरंदाजी की महिला एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया की नैम सुहियोन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जबकि युवा भजन कौर भी प्री क्वार्टर फाइनल में हार गईं जिससे ओलंपिक में तीरंदाजी पदक का भारत का 36 साल का इंतजार जारी रहा।

भारत की 23वीं वरीय दीपिका ने अंतिम आठ के मुकाबले में मौजूदा खेलों की महिला टीम स्पर्धा की स्वर्ण पदक विजेता और दूसरी वरीय सुहियोन के खिलाफ 4-2 की बढ़त बना रखी थी लेकिन अंतत: 4-6 (28-26, 25-28, 29-28, 27-29, 27-29) से हार गई जिससे तीरंदाजी में एक बार फिर भारत का अभियान पदक के बिना ही खत्म हो गया।

सुहियोन को चौथे ओलंपिक में खेल रहीं दीपिका को हराने के लिए अंतिम दो सेट जीतने थे और कोरिया की तीरंदाज ने बेहद दबाव के बीच चार बार 10 और दो बार नौ अंक के साथ दोनों सेट और मुकाबला अपने नाम किया।

दीपिका ने इससे पहले प्री क्वार्टर फाइनल में जर्मनी की सातवीं वरीय मिशेल क्रोपेन को 6-4 (27-24, 27-27, 26-25, 27-27) से शिकस्त दी।

भजन को हालांकि प्री क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की डायनंदा चोइरुनिसा के खिलाफ शूट ऑफ में 8-9 से हार का सामना करना पड़ा। पांच सेट के बाद मुकाबला 5-5 से बराबर था। इंडोनेशिया की खिलाड़ी ने शूट ऑफ में नौ अंक जुटाए जबकि भजन आठ अंक पर ही निशाना साध सकी और चोइरुनिसा ने मुकाबला 6-5 से जीत लिया।

शुक्रवार को अंकिता भकत और धीरज बोम्मादेवरा की मिश्रित टीम कांस्य पदक जीतने की दहलीज पर थी लेकिन चौथे स्थान पर रही जो पेरिस खेलों में भारतीय तीरंदाजों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।

क्वार्टर फाइनल में दीपिका ने पहला सेट 28-26 से आसानी से जीता। सुहियोन ने 10 अंक के साथ शुरुआत की लेकिन फिर दो निशाने आठ अंक पर लगाए। दीपिका ने दो नौ और एक 10 अंक के साथ सेट जीता।

दीपिका ने दूसरा सेट 25-28 से गंवाया। सुहियोन ने वापसी करते हुए दो बार नौ और एक 10 अंक जुटाया जबकि दीपिका ने 10, छह और नौ अंक के साथ सेट गंवा दिया और मुकाबला 2-2 से बराबर हो गया।

दीपिका ने तीसरे सेट में वापसी करते हुए 29-28 से जीत दर्ज की। दोनों तीरंदाजों ने 10 अंक के साथ शुरुआत की और फिर नौ-नौ अंक जुटाए। अंतिम प्रयास में सुहियोन के नौ के मुकाबले 10 अंक के साथ दीपिका ने फिर 4-2 की बढ़त बना ली।

दीपिका ने चौथा सेट एक खराब निशाने के कारण 27-29 से गंवा दिया। इस बार भी दोनों तीरंदाजों ने 10 अंक के साथ शुरुआत की लेकिन फिर दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी के नौ अंक के मुकाबले दीपिका सात अंक ही जुटा सकी। सुहियोन ने 10 अंक के साथ मुकाबला 4-4 से बराबर किया।

पांचवें और निर्णायक सेट में भी कोरिया की निशानेबाज ने 10 अंक से शुरुआत की जिसके जवाब में दीपिका नौ अंक ही बना सकी। दूसरे प्रयास में सुहियोन और दीपिका दोनों ने नौ अंक जुटाए। कोरिया की निशानेबाज ने तीसरे प्रयास में 10 अंक के साथ सेट और मैच में जीत सुनिश्चित की।

प्री क्वार्टर फाइनल में दीपिका को पांचवीं वरीय क्रोपेन को हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। भारतीय खिलाड़ी ने पहला सेट 27-24 से जीता। क्रोपेन छह, नौ और नौ अंक पर ही निशाना लगा सकी जबकि दीपिका ने तीनों प्रयास में नौ अंक के साथ पहला सेट जीता।

दूसरा सेट 27-27 से बराबर रहा। क्रोपेन ने तीनों प्रयास में नौ अंक जुटाए। दीपिका ने 10 अंक से शुरुआत की लेकिन फिर आठ और नौ अंक जुटाए जिससे सेट टाई रहा और भारतीय खिलाड़ी 3-1 से आगे हो गई।

दीपिका ने तीसरा सेट 26-25 से जीता। क्रोपेन की शुरुआत फिर खराब रही और वह पहले प्रयास में सात अंक ही जुटा सकी लेकिन दीपिका ने भी सात अंक पर निशाना लगाया। क्रोपेन ने इसके बाद दोनों प्रयास में नौ अंक जुटाए जबकि दीपिका ने 10 और नौ अंक के साथ सेट जीत लिया।

क्रोपेन ने वापसी करते हुए चौथा सेट 29-27 से जीता। जर्मनी की खिलाड़ी ने नौ अंक से शुरुआत की जबकि दीपिका आठ अंक ही जुटा सकी। जर्मनी की खिलाड़ी ने अगले दो प्रयास में 10-10 अंक के साथ सेट जीतकर स्कोर 3-5 कर दिया।

पांचवें और अंतिम सेट में क्रोपेन ने तीनों प्रयास में नौ अंक जुटाए जबकि दीपिका ने आठ, 10 और नौ अंक के साथ सेट 27-27 से टाई कराकर मैच 6-4 से जीत लिया।

दीपिका ने अपनी हार के बाद कहा, ‘‘यह निराशाजनक है। मुझे नहीं पता कि मैं ओलंपिक खेलों में कैसे और क्यों हारती रहती हूं। शायद माहौल मुझे परेशान कर रहा है। यह मेरी खुद की उम्मीदों का बोझ है।’’

उन्होंने माना कि यह उनके लिए अच्छा प्रदर्शन करने का सबसे अच्छा मौका था। दीपिका ने कहा, ‘‘वे दो शॉट खराब थे और मुझे लगता है कि मैंने उसे मैच का तोहफा दे दिया।’’

कोच पूर्णिमा महतो ने कहा कि एंकर पोजीशन लेने के बाद तीरंदाजों को अच्छा स्कोर करने के बेहतर मौके के लिए जल्दी तीर रिलीज करने की जरूरत होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘आदर्श रूप से आपको एंकर पोजीशन लेने के पांच से सात सेकेंड के भीतर अपना शॉट मारना चाहिए। अगर आप रुके रहते हैं तो आपके दिमाग में तरह-तरह के विचार आने लगते हैं। उसने उस शॉट को लंबे समय तक (दूसरे सेट में छह अंक के दौरान) रोककर रखा और दूसरी बार (चौथे सेट में सात अंक के दौरान) उसने दबाव के कारण इसे जल्दी छोड़ दिया।’’

कोच ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि दीपिका को खेल छोड़ देना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘उसे खेलना जारी रखना चाहिए। लोग अधिक उम्र के बावजूद इस खेल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, पदक जीतते हैं।’’

 

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