नोटबंदी के मुद्दे पर संसद के शीतकालीन सत्र के लगभग पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ने के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि सत्र के दौरान लोकसभा में 21 बैंठकों में मात्र 19 घंटे कार्यवाही हुई और व्यवधान के कारण करीब 92 (घंटे) 91 घंटे 59 मिनट का समय नष्ट हुआ है जो अच्छी बात नहीं है और इससे जनता में हमारी छवि धूमिल होती है।
संसद में सत्ता और प्रतिपक्ष के टकराव से शीतकालीन सत्र केवल कुछ घंटों के औपचारिक कामकाज और आरोप-प्रत्यारोप एवं भारी हंगामे के साथ समाप्त हो गया। आजादी के बाद नोटबंदी के सबसे बड़े सरकारी फैसले से पूरे देश के साथ संसद भी हतप्रभ एवं दिशाहीन दिखाई दी।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि सरकार नोटबंदी पर संसद में चर्चा करने से भाग रही है और इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए अगस्ता वेस्टलैंड जैसे मुद्दे उठा रही है।
लोकसभा में पिछले करीब तीन सप्ताह से जारी गतिरोध पर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का आक्रोश आज फिर से फूट पड़ा और उन्होंने कहा कि उनका तो इस्तीफा देने का मन कर रहा है। आडवाणी ने इसके साथ ही व्यथित स्वर में कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा किए बिना यदि कल लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई तो संसद हार जाएगी और हम सब की बहुत बदनामी होगी।
नोटबंदी को लेकर लोगों को पेश आ रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सचेत किया कि आने वाले दिन और कठिन हो सकते हैं लेकिन 50 दिनों के बाद स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो जाएंगी। संसद में व्यवधान के लिए विपक्ष की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने दीसा (गुजरात) में कहा कि उन्हें जनसभा में बोलने के लिए मजबूर किया जा रहा है क्योंकि उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा है। मोदी ने कहा कि मैंने पहले ही दिन से कहा है कि यह सामान्य निर्णय नहीं है। यह कठिनाइयों से भरा है। यह कठिन फैसला है और मैंने कहा है कि काफी कठिनाइयां और समास्याओं का सामना करना पड़ेगा।
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में बृहस्पतिवार को भी गतिरोध कायम रहा तथा विपक्ष के हंगामे के बीच इस पर चर्चा को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। हालांकि हंगामे के बीच लोकसभा में आम बजट से जुड़ी अनुदान की अनुपूरक मांगों को पारित कर दिया गया।
नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने संसद में कालीपट्टी बांधकर हंगामा किया। जिससे लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही बाधित रही और इस विषय पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग कर रहे कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस एवं वामदलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक 11 बजकर 40 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही बार-बार ठप होने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज इस गतिरोध के लिए सत्ता पक्ष एवं विपक्ष दोनों को जिम्मेदार ठहराया और सदन नहीं चला पाने को लेकर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन एवं केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार की भी खिंचाई की।
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में लगातार तीसरे सप्ताह हंगामा जारी रहने के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज लोकसभा में सदन की कार्यवाही नहीं चल पाने को लेकर गहरा क्षोभ प्रकट किया और उन्हें यह कहते सुना गया कि न तो स्पीकर और न ही संसदीय कार्य मंत्री सदन को चला पा रहे हैं।