Advertisement

Search Result : "मुस्लिम इलाके"

दादरी हिंसा पर मुस्लिम संगठन बोले मुल्क नहीं बंटने देंगे

दादरी हिंसा पर मुस्लिम संगठन बोले मुल्क नहीं बंटने देंगे

हाल ही में दिल्ली से सटे दादरी में हुई हिंसा समेत देश भर में अल्पसंख्यकों और दलितों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मुस्लिम और नागरिक अधिकार संगठनों ने एकजुट होकर कहा ‘फासीवादी ताकतों के खिलाफ मरते-मरते भी लड़ाई जारी रखेंगे लेकिन इंशा अल्लाह मुल्क नहीं बंटने देंगे।’ मौका था जंतर-मंतर पर सांप्रदायिक और जातिगत हमलों के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन का। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई, जिसके बाद हिंदू कट्टरपंथियों की भीड़ ने पीट-पीट कर अखलाक को मार दिया और उनके बेटे दानिश को बुरी तरह से घायल कर दिया।
अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

दादरी कांड से गुस्साए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में न केवल दादरी कांड बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा रहे मुसलमानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में 50 वर्षीय अखलाक अहमद के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके बाद उग्र हिंदू चरमपंथियों की भीड़ ने अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
बिसाहड़ा के पास गांव में मीट के टुकड़े, इलाके में तनाव

बिसाहड़ा के पास गांव में मीट के टुकड़े, इलाके में तनाव

दिल्‍ली के करीब दादरी के एक गांव में मीट के टुकड़े मिलने से तनाव फैल गया। प्रशासन ने ऐतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। इसी इलाके के बिसाहड़ा गांव में उग्र भीड़ ने गोमांस खाने के संदेह पर अखलाक नामक व्‍यक्ति को पीट-पीट कर मार दिया था।
महागठबंधन के उम्‍मीदवारों का ऐलान, यादव-मुस्लिम पर दांव

महागठबंधन के उम्‍मीदवारों का ऐलान, यादव-मुस्लिम पर दांव

नीतीश कुमार के नेतृत्व में बने महागठबंधन ने अपने 242 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने दोनों बेटों को चुनावी मैदान में उतारा है। उनका बड़ा बेटा तेज प्रताप महुआ से और छोटा बेटे तेजस्वी राघोपुर से चुनाव लड़ेगा। गठबंधन ने सबसे ज्‍यादा 134 ओबीसी उम्‍मीदारों को टिकट दिया है। इसके बाद 40 एससी-एसटी, 39 सामान्‍य और 33 मुस्लिम उम्‍मीदवारों को आजमाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, 243 में से 242 सीटों पर महागठबंधन के उम्‍मीदवारों को ऐलान हो गया है और लेकिन एक सीट पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है।
एएमयू से उठी हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध की मांग

एएमयू से उठी हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध की मांग

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को आतंकवाद की नर्सरी कहने पर भड़के एएमयू छात्रों ने हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील सिंह व अन्य नेताओं की गिरफ्तारी और प्रदेश में हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि 19 सितंबर की रात यूनिवर्सिटी कैंपस में रसायन विभाग के सामने छात्र आलमगीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे छात्रों में आक्रोश है। आलमगीर यूनिवर्सिटी में सामाजिक कार्य विषय में स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र थे।
मुस्लिम होने के बावजूद कलाम राष्ट्रवादी थेः महेश शर्मा

मुस्लिम होने के बावजूद कलाम राष्ट्रवादी थेः महेश शर्मा

केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के एक विवादित बयान से राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। उन्होंने एक टेलीविजन इंटरव्यू में कह दिया कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम मुस्लिम होने के बावजूद एक राष्ट्रवादी और महान मानववादी थे।
बकरीद पर अॉनलाइन खरीदें कुर्बानी बकरा

बकरीद पर अॉनलाइन खरीदें कुर्बानी बकरा

अगर आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप है या आप स्मार्ट फोन रखते हैं तो आपको इस बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरे खरीदने के लिए बकरा मंडियों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। अब आप बकरा एक क्लिक के जरिए घर बैठे खरीद सकते हैं।
झाबुआ विस्फोट तो ट्रेलर था, बारूद के ढेर पर और इलाके

झाबुआ विस्फोट तो ट्रेलर था, बारूद के ढेर पर और इलाके

मध्य प्रदेश के झाबुआ में शनिवार को हुआ विस्फोट मात्र ट्रेलर कहा जा सकता है। जहां-जहां खनन का काम है वे इलाके प्रशासन की नाक तले ऐसी विस्फोटक सामग्री से अटे पड़े हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं।
मक्का में कभी गाय की कुर्बानी नहीं हुई: इंद्रेश कुमार

मक्का में कभी गाय की कुर्बानी नहीं हुई: इंद्रेश कुमार

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की पहल से बने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के बैनर तले मेवात के फिरोजपुर झिरका में हुए एक बड़े सम्मेलन में लगभग 100 मुस्लिम गोपालकों को सम्मानित किया गया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच आरएसएस की ओर से मुस्लिम समुदाय के बीच सामाजिक कार्यों के लिए बनाई गई एक संस्था है। इस मौके पर संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार से मुसलमानों से जुड़े ताजा मसलों पर बातचीत की गई-
अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

बीस साल की सहरुमा पेट से है। नवां महीना जारी है। उसके पास न तो जच्चा-बच्चा कार्ड और न ही उसे पता है कि बच्चे की पैदाइश कहां हो सकेगी। पिछले चार महीनों से उसने डॉक्टर के यहां कोई चेकअप भी नहीं करवाया है। सहरुमा फरीदाबाद के गांव अटाली के उस अल्पसंख्यक पीड़ित समुदाय से है जिन्हें सांप्रदायिक हिंसा के चलते चार महीने पहले अपना घर और गांव छोड़ना पड़ा था। फरीदाबाद के अटाली में हालात जस के तस हैं। जिन 175 परिवारों ने गांव छोड़ा था उनके हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। गौरतलब है कि लगभग चार महीने पहले अटाली गांव में मस्जिद बनाने के विवाद पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।
Advertisement
Advertisement
Advertisement