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Search Result : "बेहतर अर्थशास्त्री"

सोनिया गांधी की तबियत के बारे में बोले राहुल, मां अब पहले से बेहतर, चिंता की कोई बात नहीं

सोनिया गांधी की तबियत के बारे में बोले राहुल, मां अब पहले से बेहतर, चिंता की कोई बात नहीं

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद शुक्रवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल...
बुलेट ट्रेन पर बोले आशुतोष राणा, 'उधार की 'घी' चुपड़ी रोटी से बेहतर है स्वयं की बनाई सूखी रोटी'

बुलेट ट्रेन पर बोले आशुतोष राणा, 'उधार की 'घी' चुपड़ी रोटी से बेहतर है स्वयं की बनाई सूखी रोटी'

जाने-माने अभिनेता आशुतोष राणा ने बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने फेसबुक पर लिखे...
मोदी सरकार के चहेते पनगढ़िया क्यों छोड़ चले नीति आयोग का साथ

मोदी सरकार के चहेते पनगढ़िया क्यों छोड़ चले नीति आयोग का साथ

एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उनका कहना है कि 31 अगस्त, 2017 उनके कार्यकाल का आखिर दिन होगा।
योगी के पहले बजट में दिखी बेहतर वित्तीय प्रबंधन की छाप

योगी के पहले बजट में दिखी बेहतर वित्तीय प्रबंधन की छाप

बजट के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने खर्चों में कटौती करते हुए बिना किसी नए कर के अपने वादे पूरे करने के लिए ज़रूरी धन का प्रबंधन किया है।
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, नोटबंदी से धीमी पड़ी भारत की आर्थिक रफ्तार

नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, नोटबंदी से धीमी पड़ी भारत की आर्थिक रफ्तार

भारत की आर्थिक वृद्धि दर की धीमी रफ्तार की वजह अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने मोदी सरकार द्वारा अचानक की गई नोटबंदी, आरबीआई की पॉलिसी और रुपये की मजबूती को बताया है।
आर्मी चीफ ने कहा-  ‘वो पत्थरों की जगह, गोलियां चलाएं तो बेहतर’

आर्मी चीफ ने कहा- ‘वो पत्थरों की जगह, गोलियां चलाएं तो बेहतर’

कश्मीर की मुश्किलों पर बात करते हुए आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि पत्थरबाजों को पत्थर की जगह गोलियां चलानी चाहिए। उन्होंने कहा, “सच्चाई तो ये है कि इन लोगों (पत्थरबाजों) को हम पर पत्थर फेंकने की जगह फायरिंग करनी चाहिए। तब मुझे ज्यादा खुशी होगी। क्योंकि, तब मैं वो कर पाउंगा जो करना चाहता हूं।”
स्वच्छता सर्वे: सूची में कुछ बेहतर शहरों का पीछे रह जाना

स्वच्छता सर्वे: सूची में कुछ बेहतर शहरों का पीछे रह जाना

केंद्र सरकार ने 2017 में किए गए सर्वे के बाद स्‍वच्‍छ शहरों की सूची पेश की है उसमें कुछ शहरों को निचले पायदान पर रखा गया है। वहीं कुछ शहरों को एक-दो सालों के अंतराल में ही शीर्ष स्‍थान में शामिल किया गया है। सरकार के मापदंडों के आधार पर शहरों का क्रम विकास के पैमाने को अवश्‍य परिभाषित कर रहा है लेकिन कुछ खास शहरों का पीछे रह जाना कुछ सवाल भी पैदा कर रहा है।
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