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Search Result : "गौरी दिवाकर"

कौन हैं गौरी लंकेश और कुछ लोग उनके खून के प्यासे क्यों थे?

कौन हैं गौरी लंकेश और कुछ लोग उनके खून के प्यासे क्यों थे?

गौरी लंकेश ने अपनी कन्नड़ पत्रिका में आखिरी संपादकीय फेक न्यूज पर लिखा था और उसका टाइटल था- फेक न्यूज़ के जमाने में। सोशल मीडिया में भी वह काफी सक्रिय थीं। उन्होंने आखिरी बार ट्विटर में एक खबर को रीट्वीट किया था, जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में फैलाई जा रही फेक न्यूज की पड़ताल की गई थी।
सोशल मीडिया: गौरी लंकेश की हत्या पर फूटा लोगों का गुस्सा, कहा- ‘जो अपराधी नहीं होंगे मारे जाएंगे...’

सोशल मीडिया: गौरी लंकेश की हत्या पर फूटा लोगों का गुस्सा, कहा- ‘जो अपराधी नहीं होंगे मारे जाएंगे...’

लोगों ने इस इस घटना को कलबुर्गी,पंसारे और दाभोलकर की हुई हत्या से जोड़कर अपने गुस्से का इजहार किया है।
गौरी लंकेश का किया गया अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी रहे मौजूद

गौरी लंकेश का किया गया अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी रहे मौजूद

गौरी लंकेश का अंतिम संस्कार बुधवार को बेंगलुरू के चामराज पेट में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी पहुंचे।
कृष्ण भक्ति का रंग कथक से संग

कृष्ण भक्ति का रंग कथक से संग

कृष्ण और राधा के मिलन, विरह, प्रेम और उपासना को मशहूर कथक नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने कथक के जरिये खूबसूरती से पेश किया। इस प्रस्तुती की खास बात यह थी कि यह नृत्य सूफी कवियों की रचनाओं पर किया गया।
वैष्णो देवी में टट्टुओं के इस्‍तेमाल पर केंद्र को एनजीटी का नोटिस

वैष्णो देवी में टट्टुओं के इस्‍तेमाल पर केंद्र को एनजीटी का नोटिस

जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर परिसर में घोड़े और टट्टुओं के उपयोग पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक पर्यावरण कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में हरित अधिकरण ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने को कहा है।
डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

दिल्ली में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण हो रही मौतों पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आज एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से हलफनामा दाखिल कर जवाब देने को कहा।
मराठी बोलने वाले ही चला पाएंगे मुंबई में ऑटो

मराठी बोलने वाले ही चला पाएंगे मुंबई में ऑटो

एक नवंबर से महाराष्ट्र सरकार ऑटो चलाने के परमिट के लिए नियमों में एक नया बदलाव करने जा रही है। इसके तहत मुंबई में अब उन्हीं लोगों को ऑटो चलाने का परमिट दिया जाएगा, जो मराठी भाषा बोल सकते हैं। इस फैसले के परिणाम का आकलन इसी से लगाया जा सकता है कि मुंबई में अच्छी खासी संख्या में उत्तर भारतीय लोग ऑटो चलाते हैं।
कहानी - सुख पहेली

कहानी - सुख पहेली

रामधारी सिंह दिवाकर ग्रामीण जीवन के कथा शिल्पी के तौर पर जाने जाते हैं। पाठकों के बीच उनकी प्रसिद्धि गांव के जीवन को यथार्थ रूप में प्रस्तुत करने वाले कहानीकार की है। उनके बारह कहानी संग्रह और सात उपन्यास हैं। इसके अलावा शोध, आलोचना, संस्मरण आदि पर भी दर्जनों पुस्तकें हैं।
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