प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि जो लोग खुद को 'देशभक्त' कहते हैं, वे जाति जनगणना के 'एक्स-रे' से डरे हुए हैं और कहा कि कोई भी ताकत इसे नहीं रोक सकती।
नई दिल्ली में 'सामाजिक न्याय सम्मेलन' को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि 90 प्रतिशत जनसंख्या, जिसके विरुद्ध अन्याय हुआ है, के लिए न्याय सुनिश्चित करना उनके जीवन का मिशन है।
उन्होंने कहा, "तो क्या आपको कांग्रेस का घोषणापत्र पसंद आया? आपने देखा होगा कि पीएम घबरा गए हैं। यह एक क्रांतिकारी घोषणापत्र है।"
राहुल गांधी ने कहा, 70 वर्षों के बाद यह एक महत्वपूर्ण कदम है, हमें आकलन करना चाहिए कि अभी स्थिति क्या है और हमें किस दिशा में जाने की जरूरत है। हम इस पर अमल करेंगे। यह मत सोचिए कि जाति जनगणना सिर्फ जातियों का सर्वेक्षण है। हम इसमें एक आर्थिक और संस्थागत सर्वेक्षण भी जोड़ेंगे।"
उन्होंने कहा, जाति जनगणना मेरे लिए राजनीति नहीं, मेरे जीवन का मिशन है और मैं इसे नहीं छोड़ूंगा। जाति जनगणना को कोई ताकत नहीं रोक सकती। कांग्रेस की सरकार आते ही हम सबसे पहले जातीय जनगणना कराएंगे। ये मेरी गारंटी है।"
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र का लक्ष्य 90 प्रतिशत भारतीयों को बड़े व्यापारियों को ऋण माफी के रूप में दिए गए 16 लाख करोड़ रुपये का एक छोटा सा हिस्सा वापस देना है।