पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को पड़ोसी राज्य ओडिशा में हुए भीषण तिहरे रेल हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बनर्जी का आरोप है कि केंद्र ने हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरण लगाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर पर करोड़ों रुपये खर्च किए।
उन्होंने कहा, "केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार वंदे भारत ट्रेनों और नव निर्मित रेलवे स्टेशनों के प्रचार प्रसार से जनता को बेवकूफ बनाने का कार्य कर रही है। जबकि सुरक्षा को दृष्टि से होने वाले कार्यों को नज़र अंदाज़ किया जा रहा है। गौरतलब है कि बालासोर जिले में विगत रात बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी दुर्घटना का शिकार हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अबतक कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई और 350 से अधिक लोग घायल हो गए।
बनर्जी ने कहा कि यह गरीब और हाशिए पर रहने वाले लोग हैं जो "केंद्र की उदासीनता" और उनके कार्यों का खामियाजा भुगतते हैं, चाहे वह विमुद्रीकरण हो, जीएसटी हो, लॉकडाउन हो, कृषि कानून या अपर्याप्त रेलवे सुरक्षा उपाय हो। फेसबुक पर उन्होंने लिखा, "मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपनों को खोया है। मैं घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।"
अभिषेक बनर्जी ने आगे लिखा, "अगर अब भी अंतरात्मा की थोड़ी सी झलक बची है, तो रेल मंत्री को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए।" उधर, भाजपा ने टीएमसी नेता को यह कहकर खरी खोटी सुना दी कि वह इतने दुर्भाग्यपूर्ण हादसे पर राजनीति कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थी, तब भी हादसे हुए। क्या उन्होंने इस्तीफा दिया ? नहीं। टीएमसी को हादसे का राजनीतीकरण करना बंद करना चाहिए।"