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छोटे व्यवसासियों का गला घोंट रही है मोदी सरकार: राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज आभूषण व्यवसायियों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे। केंद्र सरकार के गैर चांदी वाले आभूषणों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाए जाने के फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे आभूषण कारोबारियों के समर्थन में उतरे कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार का यह कारोबारियों का गला घोंटने का प्रयास है और यह फैसला बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है।
छोटे व्यवसासियों का गला घोंट रही है मोदी सरकार: राहुल गांधी

गैर चांदी के आभूषणों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने के सरकार के फैसले के विरोध में जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय आभूषण विक्रेता और स्वर्णकार परिसंघ की रैली को संबोधित करते हुए बुधवार को राहुल ने केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल की आलोचना की और इसके लोगो का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक बब्बर शेर है जो छोटे कारोबारियों का गला घोंटना चाहता है। उन्होंने कहा, यह केवल आपके ऊपर लगाया गया उत्पाद शुल्क नहीं है। यह आपकी हत्या का प्रयास है। आपको मारा जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया लेकिन आपको क्यों मारा जा रहा है। इससे किसको फायदा पहुंचेगा। सर्वप्रथम इससे बड़े उद्योगपतियों का फायदा होगा और दूसरा इससे उन लोगों को लाभ होगा जो दबाव और ब्लैकमेल के रास्ते आपके फायदे में से पैसा निकालेंगे। यह बब्बर शेर छह बड़े उद्योगपतियां से संबद्ध है और वे आपका खून चूसना चाहते हैं और दलाली के जरिये पैसा बनाना चाहते हैं। महात्मा गांधी को याद करते हुए राहुल ने कहा कि चरखा छोटे कारोबारियों, किसानों, श्रमिकों की ताकत का प्रतीक है जबकि मेक इन इंडिया का शेर पांच-छह बड़े उद्योगपतियों का प्रतीक है। आभूषण से जुड़े कारोबारियों के पास 10 हजार करोड़ रूपये की फैक्टरी नहीं हैं, उनके पास छोटी इकाइयां हैं।

 

जंतर मंतर पर इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उनके पुत्र और रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय माकन उपस्थित थे। राहुल गांधी ने कहा, प्रत्येक आंदोलन का एक प्रतीक रहा है और अब मोदीजी मेक इन इंडिया के बारे में बोल रहे हैं। भारत में ऐसा एक आंदोलन 60-70 साल पहले हुआ था। तब चरखा प्रतीक था। यह प्रतीक अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक था और मेक इन इंडिया का आंदोलन था। मेक इन इंडिया का बब्बर शेर उत्पाद शुल्क के जरिये छोटे कारोबारियों का गला घोंटने का प्रयास कर रहा है। यह सच्चाई है। इस कारोबार से छह करोड़ लोग जुड़े हैं। वे अपने खून पसीने से देश के सकल घरेलू उत्पाद में 7 प्रतिशत योगदान दे रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस का काम कारोबारियों को उनके दुख और भय को दूर करने में मदद करना है। प्रधानमंत्री मोदी पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात करते हैं लेकिन वे दूसरों को ऐसा नहीं करने देते। भाजपा में ऐसे नेता हैं जो आपकी मदद करना चाहते हैं लेकिन वे आज ऐसा करने से डरते हैं।

 

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