प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने पर सीपीएन-यूएमएल पार्टी के अध्यक्ष के. पी. शर्मा ओली को बधाई दी और दोनों देशों के बीच मैत्री के गहरे संबंधों को और मजबूत करने तथा परस्पर सहयोग को और बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने की उम्मीद जताई। वहीं, कांग्रेस ने भी नेपाली प्रधानमंत्री ओली को शुभकामनाएं दीं।
ओली को नयी गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए रविवार को चौथी बार देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उन्हें चीन समर्थक माना जाता है। ओली संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री बने।
राष्ट्रपति भवन के मुख्य भवन शीतल निवास में सोमवार को ओली का शपथग्रहण समारोह होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति पर केपी शर्मा ओली को बधाई।"
उन्होंने कहा, "हम दोनों देशों के बीच मैत्री के गहरे संबंधों को और मजबूत करने तथा हमारी जनता की प्रगति और समृद्धि के लिए परस्पर लाभकारी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं।"
वहीं, कांग्रेस ने सोमवार को नेपाल के चौथी बार प्रधानमंत्री बने के.पी. शर्मा ओली को शुभकामनाएं दी और कहा कि भारत तथा नेपाल के परस्पर संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए हर भारतीय तत्पर है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से, हम नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर श्री के.पी. शर्मा ओली को शुभकामनाएं देते हैं। करीबी पड़ोसियों के रूप में भारत और नेपाल मित्रता तथा साझेदारी के अनूठे संबंध साझा करते हैं।’’
ओली (72) ने पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की जगह ली है, जो शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हार गए थे। इसके बाद संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के अनुसार नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हुई।
राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने ओली को नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) और नेपाली कांग्रेस गठबंधन सरकार का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया।