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प्रचार के आखिरी दिन कमलनाथ ने खेला इमोशनल कार्ड, बोले-बागियों को जनता सिखाए सबक

मध्य प्रदेश में 28 सीटो के लिए हो रहे उपचुनाव में प्रचार का शोर रविवार शाम को खत्म हो गया। इसके ठीक पहले...
प्रचार के आखिरी दिन कमलनाथ ने खेला इमोशनल कार्ड, बोले-बागियों को जनता सिखाए सबक

मध्य प्रदेश में 28 सीटो के लिए हो रहे उपचुनाव में प्रचार का शोर रविवार शाम को खत्म हो गया। इसके ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा और शिवराज पर सीधा निशाना साधा और उन पर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोग आते-जाते रहे हैं। कोई न कोई कारण रहा, लेकिन इस तरह की गद्दारी और बिकाऊ पहली बार देखी है। राज्य में तीन नवंबर को मतदान होना है। कमलनाथ ने प्रचार खत्म होने से पहले ग्वालियर में पत्रकारवार्ता करी। 

कर्जमाफी पर झूठ बोल रही भाजपा 

नाथ ने कहा कि हमारी 15 महीने की सरकार रही। ढाई महीने लोकसभा चुनाव में गए। फिर तीन महीने सौदेबाजी में रहे। मैं मुख्यमंत्री था। मुझे तीन महीने पहले से पता था कि सौदेबाजी चल रही है। मैंने कौन सी गलती की। यही ना कि सौदेबाजी नहीं की। मैं मध्यप्रदेश में यह नहीं होने देना चाहता था। पहले दिन से झूठ बोल रहे हैं कि किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। कोई कर्जा माफ नहीं होगा। लेकिन विधानसभा में खुलकर बोले 22 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ। अगर सरकार रहती तो हर किसान का कर्जा माफ होता। अगर आगे कांग्रेस सरकार आई तो सबका कर्जा माफ होगा।

शिवराज को कभी नालायक नहीं कहा


वे बोले आपने 10 दिन में कर्ज माफी क्यों नहीं की। मैंने तो यह कहा था आप बहुत लायक है। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें नालायक कह रहा हूं। किसी का अपमान नहीं किया। मैंने माफिया के खिलाफ अभियान चलाया। मिलावट के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने कहा कमलनाथ पापी है। मैं एक बात स्वीकार करना चाहता एक गलती मैंने की। सौदा नहीं किया। मुझे पता था इस तरह का सौदा हो रहा है। बस यही गलती की है। मुझे पूरा विश्वास है, ग्वालियर-चंबल के मतदाता इसका जवाब देंगे। सबसे ज्यादा सैनिक मध्य प्रदेश के ग्वालियर के हैं। वीरों की जमीन है। इसके नाम को कलंकित नहीं होने देंगे।

तीन तारीख को जनता जवाब देगी

मुझे पूरा विश्वास है कि 3 तारीख को प्रदेश के मतदाता खासकर की ग्वालियर-चंबल के मतदाता मध्य प्रदेश के मान-सम्मान को सुरक्षित रखने के लिए मध्य प्रदेश में विकास एक नया नक्शा बनाने के लिए वोट करेंगे। यह विश्वास है कि उनके पास सवाल रहेगा कि मान सम्मान की लड़ाई मानकर यह ऐसे कैसे हो गया। मैंने 40 साल में बहुत सारे इलेक्शन कमीशन देखे हैं। इसमें जाने की आवश्यकता नहीं है। 10 तारीख के बाद जनता इसका जवाब देगी। मैं मतदाताओं का बहुत सम्मान करता हूं।

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