Advertisement

तीस्ता के घर पर सीबीआई का छापा बदले की कार्रवाई

सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और जदयू के शरद यादव समेत कई विपक्षी सांसदों ने आज केंद्र पर असहमति की आवाज को खामोश करने लिए तीस्ता को बुरी तरह से परेशान करने का आरोप लगाया।
तीस्ता के घर पर सीबीआई का छापा बदले की कार्रवाई

एक संयुक्त बयान में विपक्षी नेताओं ने कहा कि उनके आवास पर हाल में सीबीआई के छापे बदले की भावना से केंद्रीय एजेंसी का खुला दुरूपयोग करना है। शरद यादव और राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस के मोतीलाल वोरा, जदयू के के सी त्यागी और राकांपा के डी पी त्रिापाठी ने बयान का अनुमोदन किया है। इस पर माकपा के हन्नान मुल्ला और राजद के मनोज के भी हस्ताक्षर हैं।

बयान में कहा गया है, हम तीस्ता सीतलवाड़, जावेद आनंद और उनके सहयोगियों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हैं जिन्हे मोदी सरकार काफी परेशान कर रही है। सीतलवाड़ गुजरात में 2002 के दंगों  को लेकर भाजपा सरकार की काफी आलोचना करती रही है और उनकी एनजीओ इसके आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामलों को आगे बढ़ा रही है। राज्य सरकार ने उन पर उसके राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की शह पर काम करने और धन की अनियमितता के आरोप लगाये हैं।

बयान में तीस्ता की सराहना करते हुए नेताआंं ने कहा कि वह गुजरात दंगों में भाजपा नेताओं की आपराधिक सहभागिता का पर्दाफाश करने के लिए साहस के साथ काम कर रही हैं। इसमें कहा गया कि वे उनका समर्थन करने को प्रतिबद्ध हैं। उन्हाेने कहा कि यह महज संयोग नहीं है कि दंगों में दोषी करार दिए गए राज्य की पूर्व मंत्राी माया कोडनानी और बाबू बजरंगी के मामले गुजरात उच्च न्यायालय के समक्ष आने से एक दिन पहले तीस्ता के आवास पर छापे मारे गए।

नेताओं ने कहा कि हस्ताक्षर करने वाले इस बात पर एक राय हैं कि मोदी सरकार तीस्ता जैसी असहमति की आवाज को चुप करने को प्रतिबद्ध हैं। हम एेसी बदले की कार्रवाई को बंद करने की अपील करते हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad