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शरद यादव ने कहा, 'दो जदयू हैं, एक सरकारी और एक जनता का'

शरद यादव तीन दिवसीय 'जन-संवाद यात्रा' के लिए बिहार दौरे पर हैं।
शरद यादव ने कहा, 'दो जदयू हैं, एक सरकारी और एक जनता का'

बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़ने और भाजपा के साथ बिहार में सरकार बनाने के बाद से शरद यादव लगातार नाराज चल रहे हैं। उनकी बातों से स्पष्ट है कि वह पार्टी के इस फैसले से खुश नहीं है और बागी तेवर अपनाए हुए हैं। शरद यादव नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं। 

शरद यादव ने महागठबंधन तोड़ने के विरोध में तीन दिवसीय जन-संवाद यात्रा निकालने का ऐलान किया था, जो गुरूवार यानी 10 अगस्त से लेकर 12 अगस्त तक चलेगी। इसी सिलसिले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद यादव ने गुरूवार को कहा कि वे अब भी गठबंधन के साथ खड़े हैं।

इसी सिलसिले में शरद यादव आज से बिहार दौरे पर हैं। जहां अगले तीन दिनों तक वह सात ज़िलों में घूम-घूमकर लोगों से संवाद करेंगे। वह पटना पहुंचे जहां पार्टी कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों से मिले। उनकी पहली सभा सोनपुर में थी और राजद के स्थानीय विधायक रामानुज प्रसाद मंच पर मौजूद थे। यहां शरद यादव ने सीधे नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि जनता के विश्वास को तोड़ा गया है। मैं सड़क पर लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि एक सरकारी जनता दल है, जिसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। एक जनता का जनता दल है, जिसके साथ बिहार की जनता है। शरद यादव ने साथ ही यह भी कहा है कि कार्रवाई के डर से मैं अपने कदम पीछे खींचने वाला नहीं हूं।

उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा, 'पूरे अपोजीशन में गठबंधन के टूटने का अफसोस है। एनडीए में भी बहुत लोग हैं जिन्हें ठीक नहीं लगा है।'


महागठबंधन टूटने के बाद पहली बार बिहार यात्रा में आए शरद यादव ने कहा था, ''हम जनता के बीच 8-9 जिलों में जाएंगे। 11 करोड़ के लोगों का जो विश्वास था, यह उस पर आघात है। सब बातें लोगों के बीच होंगी।'' शरद यादव ने कहा, ''जिस जनता ने गठबंधन बनाया था,उसके साथ धोखा हुआ है। यह करार ईमान का करार था, जो टूटा है। इससे हमको भी तकलीफ है। हमने गठबंधन के सारे साथियों का प्रचार किया था। यह गठबंधन पांच साल के लिए था।''


उन्होंने कहा, ''भाजपा और महागठबंधन का मैनिफेस्टो अलग-अलग था। इतिहास में यह पहली बार हुआ कि दो विरोधी मैनिफेस्टो बीच में जाकर मिल गए। यह लोकशाही का संकट है।'' शरद यादव ने कहा, ''मैं अब भी गठबंधन के साथ खड़ा हूं। जो कार्यकर्ता है, यह उसका गठबंधन है। जनता दल के कुछ साथियों को मैंने इस दौरे की जानकारी दी थी।''

इससे पहले भी शरद यादव इसे जनमत के साथ धोखा बता चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता अहमद पटेल को राज्य सभा सीट जीतने पर ट्वीट कर उन्हें बधाई दी थी, जिससे लगता है उनकी नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई है। 

पीटीआई के मुताबिक, पटना एयरपोर्ट पहुंचे शरद यादव के स्वागत के लिए जदयू के कार्यकर्ता कम नजर आए जबकि राजद के कार्यकर्ता ज्यादा थे। इससे उन कयासों को भी बल मिलता है कि शरद यादव, लालू यादव के साथ जा सकते हैं। उपस्थित लोगों में जदयू नेता और बिहार के पूर्व मंत्री रमई राम ही बड़े चेहरे थे।

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