Advertisement

एनडीए की बैठक के बाद राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे पीएम मोदी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा को भंग कर दिया है। अब 17वीं लोकसभा के गठन की तैयारी...
एनडीए की बैठक के बाद राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे पीएम मोदी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा को भंग कर दिया है। अब 17वीं लोकसभा के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। इस बीच, सूत्रों के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा और एनडीए का नेता चुने जाने के बाद आज शाम साढ़े 7 बजे राष्ट्रपति से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। एनडीए की बैठक के लिए सहयोगी दल दिल्ली पहुंचने शुरू हो गए हैं।

राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति ने लोकसभा भंग करने के आग्रह वाले सलाह पर हस्ताक्षर कर दिया है। राष्ट्रपति कोविंद ने संविधान के अनुच्छेद 85 के क्लॉज (2) के सब क्लॉज (B) का प्रयोग करते हुए लोकसभा भंग किया है।

चुनाव आयोग ने नवनिर्वाचित सांसदों की लिस्ट सौंपी

16वीं लोकसभा के भंग होने के साथ ही 17वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर उनको नवनिर्वाचित 542 सांसदों की सूची सौंपी। बता दें कि 16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है।

शामिल होंगे एनडीए के ये सहयोगी

संसदीय दल की बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एनडीए के सहयोगियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान, अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल शामिल होंगे। इस बैठक में मंत्रिमंडल गठन पर चर्चा की जा सकती है।

पीएम मोदी ने सौंपा था इस्तीफा

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम को राष्ट्रपति से मिलकर उनको मंत्रिपरिषद का सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था। राष्ट्रपति ने सामूहिक इस्तीफे को स्वीकार करते हुए 16वीं लोकसभा भंग कर दी है। बता दें कि पीएम रविवार को अपने गृहराज्य गुजरात जाएंगे। जहां वह अपनी मां हीरा बेन से आशीर्वाद लेंगे। पीएम सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी जाएंगे। पीएम वाराणसी में अपनी जीत के लिए जनता को धन्यवाद देंगे।

एनडीए को मिलीं 352 सीटें, भाजपा को 303 सीटें

पिछले लोकसभा चुनाव से तुलना करें तो एनडीए की सीटें 336 से बढ़कर 352 हो गईं। इस तरह उसे 16 सीटों का फायदा हो रहा है। एनडीए के सबसे बड़े घटक दल भाजपा को 21 सीटें ज्यादा मिली हैं। उसे कुल 303 सीटें मिली हैं। पिछली बार उसे 282 सीटें मिली थीं। भाजपा के सहयोगी दलों में शिव सेना को 22 और जनता दल युनाइटेड को 18 सीटों पर सफलता मिली है।

 

यूपीए की सीटें बढ़कर 96 हुईं

 

यूपीए की सीटें 60 से बढ़कर 96 हो गईं। उसे 36 सीटों को फायदा हुआ। कांग्रेस की सीटें 44 से बढ़कर 52 हो गईं। उसे आठ सीटें ज्यादा मिली हैं। इसके बावजूद वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद का दावा नहीं कर सकेगी क्योंकि उसके लिए उसकी सीटें कम रह गईं। नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए विपक्षी दल को कम से कम दस फीसदी सीटें मिलनी चाहिए।

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad