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अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भूस्खलन से 16 की मौत, कई लापता

अरूणाचल प्रदेश के तवांग जिले में शुक्रवार को हुए भूस्खलन की चपेट में आ जाने की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे की वजह से अब भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भूस्खलन से 16 की मौत, कई लापता

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में मूसलाधार बारिश की वजह से आज हुए जबर्दस्त भूस्खलन की चपेट में कामगारों का एक शिविर आ गया जिससे वहां मौजूद 16 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में अब भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौके से 16 शवों को और एक जख्मी व्यक्ति को निकाला गया है। दो अन्य मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका है। अतिरिक्त उपायुक्त (मुख्यालय) लोड गमबो ने बताया कि तड़के करीब साढ़े तीन बजे यह घटना उस समय हुई जब 19 श्रमिक शिविर के भीतर निर्माण कार्य में लगे हुए थे। यह स्थान तवांग शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और चीन की सीमा से लगता है। पुलिस अधीक्षक एंटो अलफोंसे ने बताया कि तवांग कस्बे से करीब छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित फामला गांव में यह घटना तड़के करीब तीन बजे हुई।एसपी ने बताया, अब तक मलबे से 16 शवों को निकाला गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को इलाज के लिए पड़ोसी राज्य असम के तेजपुर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में लगातार बारिश हो रही थी, जिसके कारण सीमाई जिले के कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। उन्होंने बताया कि सेना, प्रशासन, पुलिस और ग्रामीणों की ओर से चलाए गए संयुक्त अभियान में ये सभी शव बरामद किए गए। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और बचाव तथा राहत अभियान का काम जारी है। 

 

 

इस बीच हादसे में हुई मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट किया है। एक संदेश में प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को अपनी संवेदनाएं दी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी भूस्खलन के कारण लोगों की मौत पर दुख एवं शोक प्रकट किया है और कांग्रेस विधायकों, प्रदेश कांग्रेस कमिटी और पार्टी से संबद्व संगठनों से राहत कार्य में मदद करने को कहा है। भूस्खलन के कारण न्यू लेरांग और सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बीच पीडब्ल्यूडी रोड भी अवरूद्ध हुआ है। इलाके की रिहायशी इमारतों को भी नुकसान पहुंचने की खबरें है। जिले में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है जिसके कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। पूरे प्रदेश में भी पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राजधानी ईटानगर समेत राज्य के अनेक जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नामसाई और चंगलंग जिलों में हालात बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं। राज्य की नोआ देहिंग और जेंगथू नदियों में जलस्तर बढ़ने की खबरें हैं, जबकि जलस्तर बढ़ने से बाढ़ रोकने के लिए बनाए गए सुरक्षा संबंधी कई तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

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