Advertisement

टीयू 142एम गश्ती विमान को भारतीय नौसेना ने कहा अलविदा

नौसेना ने लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले समुद्री गश्ती विमान टीयू 142एम को आज सेवामुक्त कर दिया है। इस विमान को 29 साल दुर्घटनामुक्त सेवा के बात सेवामुक्त किया गया।
टीयू 142एम गश्ती विमान को भारतीय नौसेना ने कहा अलविदा

रूस निर्मित इस विमान को चेन्नई से करीब 90 किलोमीटर दूर यहां आईएनएस राजाली में आयोजित विशेष समारोह में नौसैन्य प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की उपस्थिति में सेवामुक्त किया गया।

सेवामुक्त किए जाने के साथ ही टुपोलेव 142 एम के नौसेना में शानदार करियर का समापन हो गया। टुपोलेव 142 एम की जगह बोइंग के पी 8आई समुद्री निगरानी विमान को सेवा में तैनात किया जाएगा जो पोत रोधी मिसाइलों, हल्के टारपीडो, रॉकेट और नई पीढ़ी के सेंसरों एवं रडारों से युक्त है।

एडमिरल लांबा ने टीयू 142 एम की सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि विमान ने 1980 के दशक के अंत में श्रीलंका में भारतीय शांति रक्षा बल (आईपीकेएफ) अभियानों समेत भारतीय नौसेना के कई अभियानों में अहम भूमिका निभाई।

लांभा ने कहा कि टीयू 142एम गौरव और पराक्रम का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इसे सेवामुक्त किए जाने का समारोह इसके साथ जुडे़ रहे जवानों के लिए एक भावनात्मक क्षण है। लांबा ने कहा कि सेंसरों एवं रडारों समेत आधुनिक तकनीक से युक्त पी 8आई से ताकत में इजाफा होगा।

गौरतलब है कि रूस के इस विमान को वर्ष 1998 में गोवा के डाबोलिम में नौसेना में शामिल किया गया था। बाद में इसका आधार वर्ष 1992 में आईएनएस राजाली स्थानान्तरित किया गया था और इसने कई नौसैन्य अभ्यासों एवं अभियानों में भाग लिया था। भाषा

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad