Advertisement

शेहला रशीद के कथित तंज पर विवाद, गडकरी ने दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक...
शेहला रशीद के कथित तंज पर विवाद, गडकरी ने दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। हालांकि बाद में नितिन गडकरी की चेतावनी के बाद शेहला ने ट्वीट को व्यंग्यात्मक बताया।

शेहला ने ट्वीट कर कहा, 'ऐसा लगता है कि आरएसएस/गडकरी मोदी की हत्या की योजना बना रहे हैं, इसके बाद इसका आरोप मुस्लिमों और वामपंथियों पर लगा दो जिससे उन्हें मुस्लिमों को मारने का मौका मिल जाएगा।'

शेहला के इस ट्वीट से हड़कंप मच गया। नितिन गडकरी ने इसके जवाब में बिना नाम लिए ट्वीट कर कहा, 'ऐसा बेहूदा आरोप लगाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा। मुझ पर अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए आरोप लगाया गया है कि मैं पीएम मोदी की हत्या करने की साजिश रच रहा हूं।’

शेहला ने बताया ट्वीट को व्यंग्यात्मक

गडकरी के इस चेतावनी भरे ट्वीट के बाद शेहला ने बैकफुट पर आते हुए कहा कि उन्होंने यह आरोप व्यंग्य भरे अंदाज में लगाया था। उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'यह केवल एक व्यंग्यात्मक ट्वीट था जिसमें किसी का भी नाम ऐसे ही ले लिया गया था। ऐसा करने के पीछे मकसद लोगों को यह बताना था कि जेएनयू के छात्र कैसा महसूस करते हैं जब उन पर लगातार हमले होते हैं। प्रधानमंत्री की हत्या करने की साजिश का पत्र फर्जी है। यह सरकार की नाकामियों पर से ध्यान हटाने के लिए है।'

क्या है मामला?

बीते शुक्रवार को पुणे पुलिस ने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। कथित तौर पर उनके घर से मिली चिट्ठी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि नक्सली कथित रूप से प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। पकड़े गए पांचों लोगों पर आरोप है कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से इनके संबंध हैं। इस चिट्ठी में नक्सली 'एक और राजीव गांधी हत्याकांड' को अंजाम देने की बात कर रहे हैं।

अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि दिल्ली में रोना विलसन के घर से मिली चिट्ठी में एम-4 राइफल और गोलियां खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये की जरूरत की बात लिखी है। साथ ही उसमें 'एक और राजीव गांधी हत्याकांड' का जिक्र किया गया है।

कौन हैं शेहला रशीद?

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर की रहने वाली शेहला रशीद जेएनयू से पीएचडी कर रही हैं। वो 2016 में जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष चुनी गई थीं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad