देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा जारी है। बढ़ते मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच कोरोना टेस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद तब तक कोविड टेस्ट की जरूर नहीं है जब तक वह व्यक्ति की पहचान हाई रिस्क वाले व्यक्ति के तौर पर न हो।
आईसीएमआर ने कोविड टेस्टिंग को लेकर सोमवार को एक नई एडवाइजरी जारी की है। जिसके मुताबिक, ज्यादा जोखिम वाले लोगों को ही कोरोना टेस्ट कराना जरूरी है। ज्यादा जोखिम का मतलब उन लोगों से है जिनकी उम्र ज्यादा है, या फिर वे किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हों सिर्फ बुजुर्ग या पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हाई रिस्क वाले लोग ही कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद टेस्ट कराएं।
आईसीएमआर ने सलाह दी है कि अंतर-राज्यीय घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों को भी कोरोना की जांच कराने की आवश्यकता नहीं है। कहा गया है कि जांच या तो आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट, सीबीएनएएटी, सीआरआईएसपीआर, आरटी-एलएएमपी, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम्स या रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिए की जा सकती है।
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1 लाख 79 हजार 723 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन पहले की तुलना में इसमें 12.6 फीसदी की बढ़ोतरी है। इसके साथ देश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 7 लाख 23 हजार 619 हो गई है।
कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। यहां सोमवार को 44,388 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। वहीं पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर है, जहां 24,287 नए केस सामने आए हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखेत हुए लोगों को आज से कोरोना टीके की बूस्टर डोज लगाना शुरू की गई है।