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जामिया के छात्रों के साथ पुलिस हिंसा पर हॉलीवुड और बॉलीवुड की हस्तियों का गुस्सा फूटा

हॉलीवुड और बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने वाले जामिया...
जामिया के छात्रों के साथ पुलिस हिंसा पर हॉलीवुड और बॉलीवुड की हस्तियों का गुस्सा फूटा

हॉलीवुड और बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने वाले जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों का समर्थन किया है और पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध के स्वरों को दबाने का प्रयास कर रही है।

रविवार को पुलिस द्वारा जामिया मिलिया के कैंपस में घुसकर पुलिस द्वारा छात्रों से मारपीट करने और भय का माहौल बनाने पर हॉलीवुड स्टार जॉन कुसेक ने नाराजगी जताई है। इसके अलावा डायरेक्टर अनुराग कश्यप, तपसी पन्नू, कोंकणा सेन शर्मा और सुधीर मिश्रा जैसी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की हस्तियों ने भी पुलिस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है।

हॉलीवुड स्टार जॉन कुसेक की तीखी टिप्पणी

रविवार को जामिया में उस समय युद्ध जैसा माहौल बन गया जब पुलिस ने कैंपस में जबरन प्रवेश किया और कानून का विरोध कर रहे छात्रों पर बल प्रयोग किया। बॉलीवुड की अनेक हस्तियों ने सोशल मीडिया पर छात्रों का समर्थन किया है। जामिया के परिसर में हिंसा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सेरेंडीपिटी फिल्म के स्टार कुसेक ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कई ट्वीट करके कहा कि दिल्ली से रिपोर्ट मिली हैं कि कल रात वहां वार जोन बन गया। फासीवाद कोई मजाक नहीं है। हम अपनी समझ से शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। यह बहुत खतरनाक है।

निश्चित ही यह सरकार फासीवादी है- अनुराग कश्यप

पिछले अगस्त में ट्विटर से अलविदा कर चुके बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने छात्रों के खिलाफ हिंसा पर नाराजगी जताने के लिए सोशल मीडिया पर वापसी की। उन्होंने ट्वीट किया, "अब बहुत हो गया है, मैं और चुप नहीं रह सकता हूं। यह सरकार स्पष्ट रूप से फासीवादी है। मुझे यह देखकर गुस्सा आता है कि विरोधी स्वरों को शांत करवा दिया जाता है।"

जो सहमत नहीं, उनका हाल देखिए- तपसी पन्नू

एक्ट्रेस तपसी पन्नू ने कहा कि कैंपस में पुलिस की कार्रवाई के वीडियो दुख देने वाले हैं। आश्चर्य है कि यह शुरुआत है या अंत। जो भी हो, एक नया नियम बन रहा है कि जो सहमत नहीं है, उनका हाल देख सकते हैं। यह वीडियो दुख पहुंचाने वाला है। उम्मीद है कि सब एकजुट होंगे। हम जान और संपत्ति को नुकसान की बात नहीं कर रहे हैं।

सुधीर मिश्रा ने कहा- डराने वाला मंजर

डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने छात्र राजनीति के संदर्भ में अपनी 1987 की फिल्म ये वह मंजिल तो नहीं को याद किया। यह क्लाइमेक्स था कि पुलिस कैंपस में घुस गई और छात्रों को निर्दयतापूर्वक पीटा। कुछ भी नहीं बदला है। हमने देखा जहां फूल गए, वहां कुचले गए। डराने वाला मंजर।

दिल्ली पुलिस को शर्म आनी चाहिए- कोंकणा शर्मा

एक्ट्रेस और फिल्म निर्माता कोंकणा सेन शर्मा ने कहा कि हम छात्रों के साथ हैं। दिल्ली पुलिस, आपको शर्म आनी चाहिए। न्यूटन स्टार राजकुमार राव ने शांतिपूर्वक विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की।

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