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कल से शुरू होंगे तिब्बती संसद के प्रारंभिक चुनाव

सोलहवीं निर्वासित तिब्बती संसद के प्रारंभिक चुनाव कल से शुरू होने हैं। अंतिम चुनाव अगले साल मार्च में होने तय हैं। तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख निर्वाचन आयुक्त सोनम कोफेल शोसुर ने दुनियाभर में रहने वाले तिब्बती लोगों से अपील की है कि वे आगामी प्रारंभिक चुनावों में भागीदारी करके मतदान के अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करें।
कल से शुरू होंगे तिब्बती संसद के प्रारंभिक चुनाव

उन्होंने मीडिया को बताया कि सिक्योंग (प्रधानमंत्री) और 16वीं निर्वासित तिब्बती संसद के सदस्यों के लिए प्रारंभिक चुनाव 18 अक्टूबर से शुरू होने हैं। अंतिम चुनाव वर्ष 2016 में 20 मार्च को होने हैं। तिब्बती निर्वासित संसद में एक सदन है। यह धर्मशाला में मौजूद केंद्रीय तिब्बती प्रशासन का सर्वोच्च विधायी अंग है। शोसुर ने कहा कि आगामी तिब्बती चुनाव तिब्बती समुदाय में लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि दलाई लामा द्वारा अपनी राजनीतिक भूमिका पूरी तरह से हस्तांतरित किए जाने के बाद तिब्बत के यह दूसरे आम चुनाव हैं।

उन्होंने कहा कि यह चुनाव न सिर्फ निर्वासन में जीवित तिब्बती लोकतंत्र को रेखांकित करते हैं बल्कि इनपर दुनियाभर के लोगों द्वारा करीबी नजर भी रखी जाएगी। तिब्बती प्रधानमंत्री (प्रमुख कार्यकारी) का सीधा निर्वाचन निर्वासित तिब्बती समुदाय के लगभग डेढ़ लाख सदस्यों द्वारा किया जाता है। इस समय संसद में 44 सदस्य हैं।  यू-सांग, डो-तोड और डो मेद से 10-10 सदस्य चुने जाते हैं। ये तिब्बत के तीन पारंपरिक प्रांत हैं। वहीं पारंपरिक बोन पंथ और तिब्बती बौद्ध धर्म के चार स्कूल दो-दो सदस्य चुनते हैं। चार सदस्य पश्चिमी देशों में रह रहे तिब्बती लोगों में से चुने जाते हैं। दो यूरोप से, एक उत्तरी अमेरिका से और एक कनाडा से।

निर्वासित तिब्बती संसद की अध्यक्षता एक स्पीकर और एक उप-स्पीकर द्वारा की जाती है। इनका चयन सदस्यों द्वारा अपने बीच से ही किया जाता है।

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