देश की नवाज शरीफ सरकार ने जंजुआ की नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा कर दी है। जंजुआ को इस नियुक्ति के साथ राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। जंजुआ ने सरताज अजीज की जगह ली है जो अब विदेश मामलों पर ध्यान देंगे।
जंजुआ इस महीने के आरंभ में बलूचिस्तान के क्वेटा में स्थित सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी छवि एक तेजतर्रार अधिकारी की है जिसके पास आतंकवाद के खिलाफ अभियानों का भी लंबा अनुभव है। भारत द्वारा अजीत डोभाल जैसे तेज-तर्रार अधिकारी को एनएसए बनाए जाने के कारण पाकिस्तान के लिए इस पद पर वैसी ही सोच रखने वाले किसी शख्स की नियुक्ति करना जरूरी समझा जा रहा था और इसी वजह से जंजुआ का चयन सेना और सरकार ने मिलकर किया है।
अब तक 86 साल के अजीज संघीय मंत्री के दर्जे के साथ एनएसए के साथ-साथ विदेश मामलों के सलाहकार का भी पद संभाल रहे थे। अधिकारियों ने यहां बताया कि नए एनएसए की नियुक्ति से अजीज को राजनयिक मामलों पर ध्यान देने में मदद मिलेगी जिनके दोहरा पद संभालने के कारण उनकी व्यस्तता की वजह से अनदेखी हो रही थी।
नए एनएसए का कार्यालय प्रधानमंत्री सचिवालय में होगा। इससे पहले कार्यालय के विदेश कार्यालय में स्थित होने की अटकलें थीं। जंजुआ की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में फिलहाल पूर्व में भारत के साथ और पश्चिम में अफगानिस्तान के साथ सुरक्षा संबंधों पर ध्यान देना होगा। उफा घोषणा के तहत अगर भविष्य में भारत के साथ एनएसए स्तर की वार्ता होती है तो वह पाकिस्तान का नेतृत्व करेंगे।