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आतंकवाद से निपटने के लिए क्षेत्रीय रणनीति जरूरी: गनी

आतंकवाद को अपने सभी पड़ोसियों के लिए खतरा बताते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि इससे निपटने के लिए एक स्पष्ट क्षेत्रीय रणनीति की आवश्यकता है, लेकिन संकेत दिया कि उनकी सरकार संवैधानिक ढांचे के दायरे में तालिबान से बात कर सकती है।
आतंकवाद से निपटने के लिए क्षेत्रीय रणनीति जरूरी: गनी

भारत यात्रा पर आए अफगान नेता ने अपने देश में पुनर्निर्माण कार्य में सहायता के लिए भारत का धन्यवाद भी व्यक्त किया और कहा कि खुद पर थोपे गए युद्ध का सामना कर रहा अफगानिस्तान अपनी समृद्धि के लिए भारतीय निवेशकों की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने अब तक अफगानिस्तान में करीब 2.2 अरब डॉलर की विभिन्न परियोजनाओं में योगदान दिया है।

गनी ने गत सितंबर में राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली भारत यात्रा पर संवाददाताओं से कहा कि भारत हमारा पड़ोसी है, दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है और शीर्ष निवेशकों में से एक है। आतंकी संगठन आईएसआईएस को बंगाल टाइगर की तरह नरभक्षी करार देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल का घटनाक्रम अहम है क्योंकि इसमें वैश्विक आतंकी नेटवर्कों को एक नया आयाम मिला।

यहां राष्ट्रपति भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, हमारे पड़ोसियों में से प्रत्येक को इन नेटवर्कों और खासकर आईएसआईएस से खतरा है। उन्होंने ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) से चीन और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान से उज्बेक लोगों को खतरे का उदाहरण दिया।

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