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अफगानिस्तान की पूर्व मेयर जरीफा ने कहा- मौजूदा हालात के लिए सभी दोषी, लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर नहीं उठाई आवाज

अफगानिस्तान में चारों चरफ अफरातफरी का मौहाल है और दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर है। अफगानिस्तान पर...
अफगानिस्तान की  पूर्व मेयर जरीफा ने कहा- मौजूदा हालात के लिए सभी दोषी, लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर नहीं उठाई आवाज

अफगानिस्तान में चारों चरफ अफरातफरी का मौहाल है और दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद लोग वहां से भाग रहे हैं। तालिबान एक तरफ शांति की बात करता है तो दूसरी तरफ उसकी तरफ से कई गई हिंसा की खबरें आती हैं। इस बीच काबुल के पश्चिम स्थित मैदान शहर की मेयर रहीं जरीफ गफ्फारी ने तालिबान की क्रूरता के बारे में बताया। जरीफा ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में उनके घर आए, वे मुझे ढूंढ रहे थे और उन्होंने मेरे हाउस गार्ड को भी पीटा। उनके पास उन लोगों की सूची है जिन्होंने पहले उदार दृष्टिकोण अपनाया था। ज़रीफा गफ्फारी अफगानिस्तान की पहली महिला मेयरों में से एक थीं। वो पश्चिमी काबुल के मैदान शहर की मेयर थीं।

अफगान की पूर्व मेयर जरीफा गफारी ने कहा कि  अफगानिस्तान आज जो कुछ भी झेल रहा है, उसके लिए स्थानीय लोगों, राजनेताओं, बच्चों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सहित सभी को दोषी ठहराया जाना चाहिए। स्थानीय लोगों ने कभी भी सभी गलत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर आवाज नहीं उठाई।

उन्होंने कहा कि क्या आप जानते हैं कि वे (तालिबान) मेरे जैसे लोगों को क्यों मार रहे हैं? क्योंकि वे नहीं चाहते कि दूसरे लोग जानें कि वे क्या हैं। वे नहीं चाहते कि अफ़ग़ान उनके ख़िलाफ़ खड़े हों।

इससे पहले जरीफा ने तालिबान को खुला चैलेंज दिया था। उन्होंने कहा  कि मैं इंतजार कर रही हूं कि तालिबान आएं और मुझे व मेरे जैसे अन्य लोगों को मार डालें। जरीफा गफ्फारी ने कहा, “अफगानिस्तान हमारा था और यह हमारा रहेगा चाहे कोई भी आए। अगर मुझ जैसी औरतें अब वहां नहीं हैं तो इसलिए कि बिल्कुल एक बाघ की तरह जो दो कदम पीछे हटकर और ताकत के साथ वापस आता है। हमें दुनिया को अफगानिस्तान में तालिबान का असली चेहरा दिखाना है।”

उन्होंने कहा, “मेरा उद्देश्य है कि मै विभिन्न देशों के उच्च पदस्थ अधिकारियों, राजनेताओं और महिलाओं से मिलूं ताकि उन्हें अफगानिस्तान की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जा सके और उन्हें एक आंदोलन शुरू करने के लिए मेरे साथ जुड़ने के कह सकूं।”

वहीं तालिबान ने अमेरिका से कहा है कि वो स्किल्ड अफगानियों को देश से बाहर निकलना बंद कर दे.।तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद का कहना है कि अमेरिका को अफगान के संपन्न वर्ग को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए।  उसका यह भी कहना है कि तालिबान पंजशीर की समस्या का शांतिपूर्ण समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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