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पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना 2.5 किलोमीटर पीछे हटी, सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जल्द

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बने तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं धीरे-धीरे...
पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना 2.5 किलोमीटर पीछे हटी, सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जल्द

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बने तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं धीरे-धीरे पीछे हट रही हैं। चीनी सेना गलवान वैली, पीपी-15 और हॉट स्प्रिंग इलाके में ढाई किमी पीछे हट गई है। ये सभी इलाके पूर्वी लद्दाख में पड़ते हैं। दोनों ओर से जारी तनातनी के बीच यह सुधार के तौर पर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि सीमा विवाद पर चीन से अभी भी कुछ मुद्दों पर चर्चा होना बाकी है। भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच जल्द बातचीत होगी।

शीर्ष सूत्रों के मुताबिक, भारत और चीन की सेना के बीच पेट्रोलिंग पॉइंट 14 (गलवान एरिया), पेट्रोल पॉइंट 15 और हॉट स्प्रिंग्स एरिया समेत लद्दाख के कई अलग-अलग जगहों पर इस सप्ताह बैठक होने वाली है। इसे 6 जून को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की हुई बातचीत और आने वाली मीटिंग के असर के तौर पर देखा जा रहा है।

चुसुल में मौजूद है भारतीय सैन्य दल

सूत्रों के मुताबिक, पहले चीन की सेना ने अपने कदम वापस खींचे तो भारत की सेना ने भी उन इलाकों से अपने कुछ सैनिक और वाहनों को वापस बुला लिया। दोनों तरफ से बटालियन कमांडर स्तर पर इन बिंदुओं पर बातचीत चल रही है और उन्होंने अपने समकक्षों के साथ हॉटलाइन वार्ता की है। चीन से बातचीत के लिए भारतीय सैन्य दल पहले से ही चुसुल में मौजूद हैं जो वरिष्ठ अधिकारियों की मदद कर रहे हैं।

राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप जारी

लद्दाख में गतिरोध पर देश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से की गई टिप्पणी पर पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया तो बदले में राहुल ने गंभीर सवाल खड़ा कर दिया। इस बर खेल मंत्री किरण रिजिजू ने उन्हें देश की सैन्य शक्ति पर संदेह करने का आरोप लगा दिया।

दोनों देशों के सैनिकों में हो गई थी भिंड़त

पिछले दिनों भारत और चीन के सैनिक पांच मई को पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो क्षेत्र में आपस में भिड़ गए थे और उनमें लोहे की छड़,लाठी-डंडे चले और पथराव भी हुआ था। इस घटना में दोनों पक्षों के सैनिक घायल हुए थे। यह हिंसा अगले दिन भी जारी रही। इसके बाद दोनों पक्ष अलग हुए लेकिन गतिरोध जारी रहा। इसी तरह की एक घटना में नौ मई को सिक्किम सेक्टर में नाकूला दर्रे के पास भारतीय और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए थे

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