Advertisement

सूपर ट्यूजडे से पहले ट्रंप ने लगाया भारत पर नौकरियां चुराने का आरोप

अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने मंगल के महादंगल (सुपर ट्यूजडे) से पहले एक बार फिर भारत और चीन पर आरोप लगाया है कि यह दोनों देश अमेरिकी लोगों से नौकरियां छीन रहे हैं। ट्रंप ने दावा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर वह ये नौकरियां वापस लाएंगे।
सूपर ट्यूजडे से पहले ट्रंप ने लगाया भारत पर नौकरियां चुराने का आरोप

अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर 69 वर्षीय ट्रंप अमेरिका में लोगों की भीड़ आकर्षित कर रहे हैं। उनको उम्मीद है कि वह मंगल के महादंगल में कामयाबी हासिल करके सभी 11 राज्यों की प्राइमरी में जीत पा लेंगे। मंगल का महादंगल उस एक या एक से अधिक मंगलवार को कहते हैं जो राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के लिए होने वाली उस प्राइमरी से पहले पड़ता है जिसमें सबसे ज्यादा राज्यों में प्राइमरी चुनाव होता है।

 

कोलंबिया में करीब 5,000 लोगों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने फिर से अमेरिका को महान बनाने के सपने को बेचा और वादा किया कि भारत, चीन, जापान और मैक्सिको जैसे देशों से नौकरियां वापस लाएंगे। साथ ही उन्होंने अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार बनवाने, आईएसआईएस को उखाड़ फेकने और ओबामा केयर को बदल देने का भी वादा किया। उनके हर वादे पर समर्थकों ने तालियों की गड़गड़ाहाट से उनका अभिवादन किया और यूएसए, यूएसए और ट्रंप, ट्रंप की नारेबाजी की। ट्रंप ने पहले भी भारत को उन देशों की सूची में शामिल किया था जो उनके अनुसार अमेरिकी लोगों से नौकरियां छीन रहे हैं। अपने 40 मिनट के संबोधन में ट्रंप ने इस बात को भी दोहराया कि वह अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार बनवाएंगे।

 

नौकरियों को लेकर ट्रंप भारत के साथ चीन, जापान और मैक्सिको को अक्सर कोसते रहे हैं और कभी-कभार वियतनाम का भी जिक्र करते रहे हैं। ट्रंप ने कहा, वे हमारी नौकरियां लेकर जा रहे हैं। चीन हमारी नौकरियां ले रहा है। जापान हमारी नौकरियां ले रहा है। भारत हमारी नौकरियां ले रहा है। अब ये नहीं होने वाला है। उनकी रैली में मौजूद रहे रिशू पटेल ने मिलिंगटन में कहा कि ट्रंप हमें सुरक्षित बनाएंगे रिशू और उनके पिता जीतू पटेल के रूप में शायद दो ही भारतीय-अमेरिकी ट्रंप की रैली में मौजूद थे। ट्रंप के धुर समर्थक और आईटी सेक्टर में नौकरी करने वाले मार्क का मानना है कि उनके क्षेत्र में भारतीय-अमेरिकी नौकरियां नहीं छीन रहे हैं। मार्क ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी अपने साथ गुणवत्ता और विविधता लाते हैं।

 

 

 

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad