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22 जुलाई 2024 · JUL 24 , 2024

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें
आशा पारेख

परदे की परियां

यकीनन ये परदे की परियां ही थीं। जब ये परदे पर आती थीं, तो हर सांस थम जाती थी। आशा पारेख, हेलन और वहीदा रहमान ने फिल्मों को अपने अभिनय, नृत्य से बहुत ज्यादा समृद्ध किया। बेशक, उनके चेहरों पर आज झुर्रियां हैं, लेकिन इन झुर्रियों में भी खुशनुमा एहसास है। तीनों अदाकारा जब कश्मीर में छुट्टियां मनाने पहुंचीं, तो दोस्ताना मुस्कान तीनों के चेहरों पर फैली हुई थी। तीनों की आमद ने कश्मीर के मौसम को और खुशनुमा बना दिया होगा। वादियों ने भी कहा हो, खुशआमदीद।

पड़ोसी मुल्क का हाथ

मानुषी छिल्लर

जो बात हमें पसंद नहीं, वह पड़ोसी को भी पसंद न आए जरूरी है क्या। तो हुआ यूं कि एक फिल्म आई, बड़े मियां छोटे मियां। भारत में इसे डिजास्टर तक कह दिया गया। अक्षय कुमार की तो फ्लॉप को लेकर इम्युनिटी बन गई है! फिल्म की नायिकाओं का क्या होगा। लेकिन इस चिंता को पाकिस्तान ने दूर कर दिया। बड़े मियां छोटे मियां ने वहां छप्पर फाड़ कर बिजनेस किया। मानुषी छिल्लर के तो लोग दीवाने हो गए।

ब्रेकअप पर ब्रेकिंग

अर्जुन कपूर

जन्मदिन किसी का, बधाइयां कोई और ही गिन रहा है। सस्ते डेटा के जमाने में अब और कोई काम तो रहा नहीं। अर्जुन कपूर ने हाल ही में अपना जन्मदिन मनाया। जो आए, जिन लोगों ने उन्हें बधाई दी, वह सब एक तरफ। बस एक बधाई नहीं आई, तो सबको चिंता हो गई। जी हां, मलाइका अरोरा पार्टी से नदारद, सोशल मीडिया से नदारद। तो क्या रिश्ता टूटा समझें। बहन केक खिला रही हो, तो शक होगा ही।

वहां भी!

एम्मा रॉबर्ट्स

ये ‘नेपो बेबी’ चिल्लाने वाले, हॉलीवुड के गुण गाने से कभी न थकने वालों, जान लो कि एम्मा रॉबर्ट्सन ने हॉलीवुड में नेपोटिज्म पर खुल कर बात की। एरिक रॉबर्ट्स की बेटी और जूलिया रॉबर्ट्स की भतीजी एम्मा की बात पर गौर कीजिए। उन्होंने कहा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को नेपोटिज्म की बहस से दूर रखा जाता है और रिश्तेदारी के बाद भी उनकी आलोचना करते वक्त सावधानी बरती जाती है। ये कुछ सुना-सुना सा वाक्य नहीं लग रहा है क्या। हें, वहां भी यही सब हो रहा है क्या। तो फिर हमारे देसी लोगों की इतनी बुराई क्यों।  

माननीय सदस्य

कंगना रनौत - चिराग पासवान

नए संसद भवन को अब ऐसे नजारे देख लेने की आदत डाल लेनी चाहिए। कलफ की गई साड़ियों में संतुलित कदमों से चलती हुई महिला सांसद। बिना स्टाइल वाले पुरुष नेताओं के बदले अब चमक-दमक यहां भी चली आई है। नई-नवेली सांसद कंगना रनौत और चिराग पासवान जिस अंदाज में मिले उससे बहुत से लोगों को परेशानी हुई। करीने से हाथ जोड़े नमस्ते ने अब दोस्ताना थप्पी ने ले ली है। अगली बार नेता एक-दूसरे को हाइ फाइव देते हुए मिलें, तो नई हवा का असर मान कर छोड़ दीजिएगा।    

 

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