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22 जुलाई 2024 · JUL 24 , 2024

फिल्मः परदे पर नहीं भा रहा खेल

बड़े खिलाड़ियों पर आधारित फिल्में नहीं कर पाईं अपेक्षित कमाई, फीका रहा प्रदर्शन
गोल्ड में अक्षय कुमार

जब शाहरुख खान की चक दे इंडिया आई थी, तो दर्शकों को इसमें एक रीयल हीरो नजर आया और इसी बात ने बॉक्स पर पैसे बरसाए थे। इसके बाद फरहान अख्तर की भाग मिल्खा भाग आई। यह फिल्म चक दे इंडिया की तरह धमाल भले न मचा पाई लेकिन दर्शकों ने उसे नकारा नहीं। यह भी हिट की श्रेणी में रही। इसके बाद एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी आई और छा गई। इन फिल्मों की सफलता से निर्माता-निर्देशकों को लगा कि खिलाड़ियों का जीवन सुनहरे परदे पर दिखाना फायदे का सौदा है। क्योंकि आमिर खान की दंगल और सलमान खान की सुल्तान दोनों ही फिल्में ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। यहीं पर फिल्म जगत चूक गया और विषय की भेड़चाल में फंस गया।

चंदू चैंपियन

चंदू चैंपियन

सूरमा, साइना, शाबाश मिठू ऐसी ही फिल्में हैं, जो पर्याप्त दर्शक नहीं जुटा पाईं। बीते कुछ समय से हिंदी सिनेमा में खेल आधारित फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही हैं। खिलाड़ियों के जीवन पर आधारित बायोपिक फिल्मों से लेकर बड़े स्टार कास्ट वाली खेल आधारित फिल्में, बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर रही हैं। 

शाबाश मिठू

हिंदी सिनेमा में खिलाड़ियों के जीवन पर आधारित फिल्मों को बनाने का चलन भाग मिल्खा भाग और एम एस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी की कामयाबी के बाद शुरू हुआ। मगर अन्य फिल्मों के हिस्से वैसी सफलता नहीं आई। हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म सूरमा में अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने किरदार ने अपनी प्रतिभा से जान डाल दी। मगर फिल्म कमाल नहीं कर सकी। कुछ ऐसा ही हाल, अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म गोल्ड का हुआ, जो भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर पर आधारित थी। महिला क्रिकेट खिलाड़ी और पूर्व कप्तान मिताली राज के जीवन पर आधारित फिल्म शाबाश मिठू को तापसी पन्नू का चेहरा और उनका शानदार अभिनय भी फिल्म की नैया पार नहीं लगा सका। एक खिलाड़ी के संघर्षपूर्ण जीवन पर काल्पनिक किरदार को लेकर बनाई गई फिल्म घूमर भी बॉक्स ऑफिस पर बड़ा कमाल नहीं कर सकी। कुछ ऐसा ही हाल परिणीति चोपड़ा स्टारर फिल्म साइना का हुआ। बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल के जीवन पर आधारित इस फिल्म से सभी को बड़ी उम्मीदें थीं। लेकिन यह फिल्म कब आई और कब गई किसी को खबर तक नहीं हुई।

साइना

साइना

बड़े फिल्मी सितारे भी रह गए बेरंग

खेल आधारित फिल्मों को फिल्मी सितारों का स्टारडम भी सहारा नहीं दे सका। अभिनेता रणवीर सिंह स्टारर 83 अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। बीते दिनों अजय देवगन स्टारर मैदान रिलीज हुई। फिल्म को समीक्षकों और दर्शकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली लेकिन आंकड़ों के खेल में फिल्म पिछड़ गई। फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन उत्साहवर्धन करने वाला नहीं रहा। कुछ ऐसा ही हाल स्टार अभिनेता कार्तिक आर्यन की फिल्म चंदू चैंपियन का हुआ। कार्तिक आर्यन का चेहरा, साजिद नाडियादवाला का प्रोडक्शन और कबीर का निर्देशन भी फिल्म को मुनाफा नहीं दिला सका। समीक्षकों और दर्शकों की तारीफ के बावजूद फिल्म का कारोबार घाटे में रहा।

असफलता के कारण

मैदान

मैदान

खेल आधारित फिल्मों की असफलता का कारण तलाशा जाए, तो मूल रूप से दो बातें नजर आती हैं। पहला हिंदी सिनेमा का दर्शक अब कुछ नया देखना चाहता है। जबकि खेल आधारित फिल्मों की परिपाटी एक जैसी होती है। जैसे, खिलाड़ी को पहले परिवार, समाज द्वारा दुत्कारा जाता है। वह लगातार मेहनत करता है और उसके समर्पण, निरंतर प्रयास की राह में रुकावट आती है, साजिश होती है। अंत में वह व्यक्ति निखर कर बेहतर खिलाड़ी बन विश्व स्तर पर अपनी चमक बिखेरता है। यह कहानी हिंदी सिनेमा के दर्शक अलग-अलग खिलाड़ियों की फिल्मों में कई बार देख चुके हैं। अब दर्शकों के भीतर इस तरह की कहानी के लिए कोई विशेष रोमांच नहीं है। खिलाड़ियों के जीवन पर आधारित बायोपिक फिल्मों की असफलता का एक और बड़ा कारण आइपीएल है। सुनने में अजीब लगे लेकिन आइपीएल के कारण चारों ओर क्रिकेट का बोलबाला है। इसलिए जब अन्य खेलों पर आधारित फिल्में बन रही हैं, तो दर्शक विशेष रुचि नहीं दिखा रहे। इसके अतिरिक्त खेल जगत के स्टार खिलाड़ियों पर बायोपिक बनें, तो दर्शक सिनेमाघर जरूर पहुंचेंगे। जैसे कोई निर्माता-निर्देश विराट कोहली, रोहित शर्मा या युवराज सिंह के जीवन पर फिल्म बनाता है, तो उसे जरूर दर्शकों का प्यार मिलेगा। लेकिन बायोपिक फिल्म बनाने की होड़ में, फिल्म निर्माता किसी भी खिलाड़ी के जीवन पर फिल्म बनाने में लगे हुए हैं। बस यहीं से दर्शकों की रुचि प्रभावित हो रही है।

हिंदी सिनेमा का दर्शक प्रबुद्ध है। वह अच्छे कंटेंट का सम्मान करना जानता है। इसलिए यदि सोच समझकर खिलाड़ियों का चुनाव किया जाएगा और उनके जीवन पर आधारित फिल्मों का निर्माण होगा, तो वह दिन दूर नहीं, जब खेल पर आधारित फिल्मों का बॉक्स ऑफिस फिर से आसमान की ऊंचाई छूने लगेगा।

 

 

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