Advertisement

कोहली और केदार चमके, भारत ने जीता पहला वनडे

कप्तान विराट कोहली की सदाबहार फार्म और केदार जाधव की चमत्कृत करने वाली शतकीय पारी से भारत ने आज शुरूआती झटकों के बावजूद इंग्लैंड के विशाल स्कोर को बौना बनाया और पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में तीन विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में शुरूआती बढ़त हासिल की।
कोहली और केदार चमके, भारत ने जीता पहला वनडे

टास गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे इंग्लैंड की तरफ से सलामी बल्लेबाज जैसन राय (73) और जो रूट (78) ने शुरू में रन बटोरे जबकि बाद में बेन स्टोक्स (62) ने तूफानी अर्धशतक जमाया, जिससे इंग्लैंड ने सात विकेट पर 350 रन बनाये जो उसका भारत के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर है। इंग्लैंड ने आखिरी आठ ओवरों में 105 रन बनाये।

इंग्लैंड के तेज आक्रमण के सामने भारत का शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया और 12वें ओवर तक उसका स्कोर चार विकेट पर 63 रन हो गया। कोहली (122) और जाधव (120) ने यहीं से अद्भुत बल्लेबाजी का नजारा पेश किया और पांचवें विकेट के लिये 200 रन की साझेदारी निभायी। इन दोनों के आउट होने के बाद हार्दिक पंड्या ने जिम्मेदारी संभाली और 37 गेंदों पर नाबाद 40 रन बनाकर भारत का स्कोर 48 ओवरों में सात विकेट पर 356 रन तक पहुंचाया।

कोहली ने 105 गेंदें खेली तथा आठ चौके और पांच छक्के लगाये जबकि जाधव की 76 गेंद की पारी में 12 चौके और चार छक्के शामिल हैं। इंग्लैंड की तरफ से जैक बाल ने तीन तथा स्टोक्स और डेविड विली ने दो . दो विकेट लिये। भारत ने तीसरी बार 350 रन से अधिक का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया और संयोग से तीनों अवसरों पर कोहली ने शतक जमाया।

भारत की शुरूआत खराब रही और उसने पहले छह ओवरों के अंदर ही अपने दोनों ओपनर गंवा दिये। डेविड विली ने शिखर धवन (एक) को स्विंग लेती गेंद पर थर्डमैन पर कैच कराया जबकि लोकेश राहुल (आठ) को लेट स्विंग पर बोल्ड किया। इससे स्कोर दो विकेट पर 24 रन हो गया।

कोहली और युवराज दोनों ने विली पर छक्के जड़कर शुरूआत की। युवराज (15) अच्छी टच में दिख रहे थे लेकिन उन्होंने लेग साइड से बाहर जाती गेंद छेड़कर इंग्लैंड को अपना विकेट इनाम में दिया। धोनी का दर्शकों ने तालियों के साथ स्वागत किया और इस पूर्व कप्तान ने आते ही चौका जड़कर अपना खाता खोला। लेकिन यह क्या बाल की शार्ट पिच गेंद उनके बल्ले के उपरी हिस्से से लगकर मिडविकेट पर कैच कर ली गयी। स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया।

विकेट गिरने के बावजूद कोहली ने सकारात्मक बल्लेबाजी जारी रखी जबकि जाधव को देखकर लग रहा था कि वह इसी सोच के साथ क्रीज पर उतरे हैं कि गेंदबाजों को खुद पर हावी नहीं होने देंगे। जाधव ने कोहली की रणनीति के अनुसार न सिर्फ स्ट्राइक रोटेट की बल्कि उन्होंने गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाने में भी परहेज नहीं किया।

कोहली ने 44 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया लेकिन जाधव केवल 29 गेंदों पर इस मुकाम पर पहुंचे। इन दोनों ने बीच के ओवरों में स्पिनरों की नहीं चलने दी। इयोन मोर्गन ने मोईन अली और आदिल रशीद के नहीं चल पाने के कारण रूट को भी गेंद सौंपी लेकिन वह भी टीम को सफलता नहीं दिला पाये। जाधव ने रशीद की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जमाकर मोर्गन को फिर से दोनों छोर से तेज गेंदबाजों को लगाने के लिये मजबूर किया।

इससे कोई असर नहीं पड़ा। कोहली ने क्रिस वोक्स की गेंद पर मिड आन पर छक्का जड़कर वनडे में अपना 27वां शतक पूरा किया। इसके लिये उन्होंने 93 गेंदें खेली तथा सात चौके और चार छक्के लगाये। इससे उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए सर्वाधिक 17 शतक के सचिन तेंदुलकर के भारतीय रिकार्ड की बराबरी भी की। इनमें से 15 शतक टीम की जीत के काम आये जो नया रिकार्ड है।

जाधव पांव में ऐंठन से परेशान थे और उन्हें रन लेने में दिक्कत हो रही थी, लेकिन इससे उनका जज्बा कम नहीं हुआ। उन्होंने वोक्स पर थर्डमैन पर चौका जड़कर अपने करियर का दूसरा शतक पूरा किया। इसके लिये उन्होंने केवल 65 गेंदें खेली तथा 11 चौके और दो छक्के लगाये। भारत की तरफ से वनडे में छठा तेज शतक जड़ने का रिकार्ड अब जाधव के नाम पर है। कोहली ने उन्हें गले लगाकर बधाई दी।

कोहली के आउट होने से यह साझेदारी टूटी। उन्होंने स्टोक्स की धीमी शार्ट पिच गेंद पर कवर पर खड़े विली को कैच थमाया। तब जाधव भी मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रन लेने की स्थिति में नहीं थे। उनके पास लंबे शाट खेलना ही विकल्प बचा था और बाल के एक ओवर में दो छक्के जड़कर उन्होंने ऐसा किया भी। आखिर में इसी प्रयास में उन्होंने स्टोक्स की गेंद पर अपना विकेट भी गंवाया।

इंग्लैंड के पास वापसी का अच्छा मौका था। रविंद्र जडेजा (13) के आउट होने से भारत की मुश्किलें और बढ़ गयी। पंड्या ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभायी। उन्होंने छक्का जड़कर स्कोर बराबर किया जबकि रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 15) ने विजयी छक्का लगाया।

इंग्लैंड इससे पहले भारत के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर बनाने में सफल रहा। इससे पहले उसका सर्वोच्च स्कोर आठ विकेट पर 338 रन था जो उसने विश्व कप 2011 में बेंगलुरू में बनाया था। राय ने शुरू में आक्रामक तेवर अपनाये और 61 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके लगाये जबकि रूट ने पारी का अच्छी तरह से संवारा। रूट ने 95 गेंदें खेली तथा चार चौके और एक छक्का लगाया।

कप्तान इयोन मोर्गन (28) और जोस बटलर (31) अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये। बायें हाथ के बल्लेबाज स्टोक्स ने डेथ ओवरों में धुआंधार बल्लेबाजी की। उन्होंने 40 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और पांच छक्के लगाये। स्टोक्स ने 33 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया जो इंग्लैंड की तरफ से भारत के खिलाफ नया रिकार्ड है। मोईन ने भी 17 गेंदों पर 28 रन बनाये।

भारत की तरफ से पंड्या ने 46 रन देकर दो और जसप्रीत बुमराह 79 रन देकर दो विकेट लिये। बायें हाथ के स्पिनर जडेजा ही कुछ प्रभाव छोड़ पाये। उन्होंने 50 रन देकर एक विकेट लिया। टेस्ट मैचों में अपना जलवा बिखेरने वाले आफ स्पिनर अश्विन ने आठ ओवरों में 63 रन दिये। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 63 रन लुटाये और एक विकेट लिया।

भाषा

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad