Advertisement

तीसरा टेस्ट: हार्दिक-धवन के शतक की बदौलत टीम इंडिया ने बनाए 487 रन

पांड्या ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला शतक जड़ा और 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए भारत की तरफ सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया।
तीसरा टेस्ट: हार्दिक-धवन के शतक की बदौलत टीम इंडिया ने बनाए 487 रन

श्रीलंका के पल्लेकेल में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट में ओपनर शिखर धवन और हार्दिक पंड्या की शतकीय पारियों की बदौलत भारत की पहली पारी 487 रन पर ऑलआउट हो गई। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के छठे टेस्ट शतक और लोकेश राहुल के साथ उनकी पहले विकेट के लिये 188 रन की साझेदारी की।

श्रीलंका की ओर से संदकन ने सबसे ज्यादा 5 विकेट झटके, जबकि पुष्पकुमारा को 3 और फर्नांडो को 2 विकेट मिले।

इससे पहले टेस्ट के पहले दिन और राहुल ने टीम को सुबह के सत्र में अच्छी शुरूआत दिलाई और पहले विकेट के लिये 188 रन की मजबूत साझेदारी की। इसके बाद मध्यक्रम के बल्लेबाजों के जल्दी-जल्दी आउट होने से पहले दिन का खेल खत्म तक भारत ने पहली पारी में छह विकेट पर 329 रन का संतोषजनक स्कोर बना दिया।

पहले दिन श्रीलंकाई गेंदबाजों में बायें हाथ के स्पिनर मलिंडा पुष्पकुमार सबसे सफल रहे, जिन्होंने 18 ओवर में 40 रन देकर तीन बल्लेबाजों को पवेलियन पहुंचाया जबकि चाइनामैन लक्षण संदाकन को 84 रन देकर दो विकेट मिले। विश्व फर्नांडो ने एक विकेट लिया।

भारत की मजबूत शुरूआत

भारत ने अच्छी शुरूआत करते हुए पहले सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया था लेकिन श्रीलंकाई गेंदबाजों ने वापसी करते हुए दूसरे और अंतिम सत्र में तीन-तीन विकेट झटक लिये। फार्म में चल रहे चेतेश्वर पुजारा (8), पिछले टेस्ट के शतकवीर अजिंक्य रहाणे (17) सस्ते में पवेलियन लौट गये जबकि कप्तान विराट कोहली (42) क्रीज पर जमने के बाद आउट हो गये।

कोहली 79वें ओवर में संदाकन की गुड लेंथ गेंद पर पहली स्लिप में खड़े करूणारत्ने को आसान कैच दे बैठे। रविचंद्रन अश्विन (31) दिन के अंतिम ओवर में विश्व फर्नांडो का शिकार बने।

अश्विन और डीआरएस की अपील से बचने वाले साहा ने 81वें ओवर में भारत के 300 रन पूरे कराये। इन दोनों ने दूसरी नयी गेंद का अच्छी तरह सामना करते हुए छठे विकेट के लिये 26 रन जोड़े। अब भारतीय टीम कल 400 रन तक का स्कोर बनाने का प्रयास करेगी।

इससे पहले धवन (119) और लोकेश राहुल (85) ने पहले विकेट के लिये 188 रन की मजबूत साझेदारी निभायी। इस तरह इन दोनों ने 1993 में मनोज प्रभाकर और नवजोत सिद्धू के बीच श्रीलंका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर पहले विकेट की 173 रन की सबसे बड़ी भागीदारी के रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया।

राहुल एक बार फिर टेस्ट शतक से चूक गये और 40वें ओवर में बायें हाथ के स्पिनर पुष्पकुमार की गेंद पर दिमुथ करूणारत्ने को मिड आन पर सीधे कैच देकर आउट हो गये। उन्होंने 135 गेंद की पारी में आठ चौके जड़े।

दूसरे दिन 6 विकेट पर 329 से आगे खेलने उतरी हार्दिक पांड्या और रिद्धीमन साहा की जोड़ी जल्दी ही टूट गई। दूसरे दिन के खेल में 10 रन जोड़ने के साथ ही साहा फर्नांडो की गेंद पर कैच आउट हो गए। उन्होंने कुल 16 रन बनाए। लेकिन 7वां विकेट गिरने के बाद हार्दिक पांड्या ने अपने बल्ले का जलवा दिखाया और निचलेक्रमके गेंदबाज़ों के साथ टीम के स्कोर को आगे बढ़ाते रहे। पांड्या ने पहले कुलदीप यादव के साथ टीम को 400 रनों के पार पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 62 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। कुलदीप 26 रन बनाकर वापस पवेलियन लौटे।

पांड्या ने जड़ा पहला शतक

इसके बाद उन्होंने शमी के साथ रन जोड़े। लेकिन 421 रन के स्कोर पर 9वां विकेट गिरने के साथ ही पांड्या ने अपनी रनगति बढ़ाई और टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया।

पांड्या ने 9वां विकेट गिरने के बाद तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए अपने करियर का पहला शतक भी जड़ दिया। लंच ब्रेक तक पांड्या ने उमेश यादव के साथ मिलकर महज़ 46 गेंदों पर 66 रन जोड़ डाले।लंच के बाद पहले ही ओवर में पंड्या आउट के साथ ही भारत की पहली पारी 487 पर ऑल आउट हो गई। पंड्या 96 गेंदों में 108 रन की धमाकेदार पारी खेलकर आउट हुए।

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad