माकपा के पी. श्रीरामकृष्णन को शुक्रवार को 14 वीं केरल विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। पोन्नानी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले श्रीरामकृष्णन (एलडीएफ) ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 92 मत हासिल किये जबकि यूडीएफ के प्रत्याशी वी. पी. सजीन्द्रन को 46 मत मिले।
पश्चिम बंगाल के चुनाव नतीजों को लेकर माकपा नेतृत्व में अंदरूनी टकराव बढ़ रहा है। चुनाव नतीजों के बाद माकपा पोलित ब्यूरो की अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं। दोनों ही बैठकों में जिस तरह बंगाल के खराब नतीजों का मुद्दा हावी रहा, उससे साफ है कि आगामी दिनों में टकराव और बढ़ेगा।
किसी जमाने में लालगढ़ कहे जाने वाले पश्चिम बंगाल में हालिया विधानसभा चुनाव में माकपा नीत वाम मोर्चा की बुरी हार के बाद माकपा के एक पोलित ब्यूरो सदस्य ने माना है कि कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन पार्टी के खिलाफ गया और अगर वह अपने वोट बैंक में टूट-फूट रोकने में विफल रही तो उसके सियासी वजूद पर सवाल खड़े हो जाएंगे।
केरल में वाम मोर्चा की जीत के बाद माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प की गूंज आज राष्ट्रीय राजधानी में भी सुनाई पड़ी। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग की। इससे पहले दिन में माकपा कार्यालय के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसके बाद करीब 600 लोगों को हिरासत में लिया गया।
माकपा नेता सीताराम येचुरी का मानना है कि मोदी सरकार देश के लोकतांत्रिक ढांचे को गिराने पर आमादा है। उनकी राय है कि भाजपा के हिंदू राष्ट्रवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को उलझाया है। इसकी आर्थिक नीतियों ने देश को कम और पूंजीवादी पाश्चात्य देशों को ज्यादा फायदा पहुंचाया है। पार्टी ने संसदीय लोकतंत्र पर हमला करते हुए देश की संवैधानिक संस्थानों का मखौल उड़ाया है।
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य पिनरायी विजयन केरल के अगले मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इसके साथ ही राज्य माकपा में अच्युतानंदन युग का अंत होना भी तय हो गया है।
केरल में एलडीएफ की चुनावी जीत के बीच बीती रात कन्नूर जिले में कई स्थानों पर माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं, जिनमें कम से कम 30 लोग घायल हो गए।
सोमवार की शाम तमिलनाडू, केरल और पुडूचेरी में मतदान खत्म होने के साथ ही पांच राज्यों का चुनाव संपन्न हो गया। 19 मई को आने वाले नतीजों से पहले जारी विभिन्न एक्जिट पोलों ने राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ा दी है। सभी एक्जिट पोल थोड़े-बहुत सीटों के अंतर के साथ लगभग एक जैसे परिणाम की ओर ही इशारा कर रहे हैं। ज्यादातर एक्जिट पोल असम और केरल में कांग्रेस की करारी हार तो भाजपा को असम और माकपा नीत एलडीएफ को केरल में सरकार बनाते हुए दिखा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के एक्जिट पोल में ममता बनर्जी को एक बार फिर विजयी रथ पर सवार बताया जा रहा है।