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Search Result : " स्वराज मुहिम"

सुषमा संग बातचीत में समग्र वार्ता बहाली पर ध्यान देंगे : अजीज

सुषमा संग बातचीत में समग्र वार्ता बहाली पर ध्यान देंगे : अजीज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने भारत-पाक संबंधों में बंधी गांठों के कुछ हद तक खुलने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि इस हफ्ते तय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ उनकी बातचीत में दोनों देशों के बीच समग्र वार्ता प्रक्रिया बहाल करने पर ध्यान दिया जाएगा।
बैंकाक में मिले भारत-पाक के सुरक्षा सलाहकार, साझा बयान जारी

बैंकाक में मिले भारत-पाक के सुरक्षा सलाहकार, साझा बयान जारी

एक ताजा घटनाक्रम के तहत भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में बैठक हुई है। अचानक हुई इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के सुरक्षा सलाहकारों ने एक साझा बयान भी जारी किया। पेरिस में पीएम मोदी और पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अचानक हुई अनौपचारिक मुलाकात और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आगामी पाकिस्तान दौरे को देखते हुए इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
केजरीवाल का लोकपाल बिल पेश, विरोध करते योगेंद्र-प्रशांत गिरफ्तार

केजरीवाल का लोकपाल बिल पेश, विरोध करते योगेंद्र-प्रशांत गिरफ्तार

अरविंद केजरीवाल की दिल्‍ली सरकार ने अपना जन लोकपाल विधेयक सोमवार को विधानसभा में पेश कर दिया। इस बीच स्‍वराज अभियान ने इस विधेयक के खिलाफ अपना विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिया है। इस सिलसिले में कल विधानसभा मार्च के लिए जाते स्‍वराज अभियान के प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
यूपी के बुंदेलखंड में भूख से हो रही मौतेः योगेंद्र यादव

यूपी के बुंदेलखंड में भूख से हो रही मौतेः योगेंद्र यादव

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में सात जिलों में हुए सर्वेक्षण में सामने आया है कि यहां के 38 फीसदी गांवों में भूख से एक मौत हुई है। जबकि राज्य सरकार इसे सिरे से खारिज कर रही है। यही नहीं जिस गाय को बचाने के लिए देश में बवाल हो रहा है, बुंदलेखंड के 41 फीसदी लोग गरीबी और भुखमरी के चलते अपनी गायों को छोड़ रहे हैं। यह खुलासा स्वराज अभियान के संयोजक योगेंद्र यादव ने किया। स्वराज अभियान की ओर से बुंदेलखंड के सात जिलों की 27 तहसीलों के 108 गांवों में यह सर्वेक्षण किया गया है।
क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

बिहार चुनाव के नतीजे आने का बाद सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कविता काफी प्रसारित हो रही है। इस कविता में कहा जा रहा है कि अब कहीं से भी गोमांस, सम्मान वापसी, अरहर दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर कोई बयान नहीं आ रहा है। यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ऐसा सहिष्णुता की वजह से है या ऐसा बिहार का चुनाव खत्म हो जाने की वजह से है। स्पष्ट तौर पर यह आरोप लगता रहा है कि लेखकों, कलाकारों और वैज्ञानिकों द्वारा जो पुरस्कार लौटाए जा रहे थे वह बिहार चुनावों को प्रभावित करने की एक पूर्वनियोजित साजिश थी। इस संबंध में आरएसएस का मानना है कि पुरस्कार वापसी की मुहीम राजनीतिक ताकतों के हित में बहुत सलीके से संयोजित की गई थी। केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने तो यहां तक कहने में भी गुरेज नहीं किया कि पुरस्कार वापसी के इस मुहिम में बहुत ज्यादा पैसा सम्मिलित था। जो कुछ भी हुआ, यह उसकी पूरी तरह से एक प्रायोजित और विकृत व्याख्या है।
स्‍मृति ईरानी से वार्ता बेनतीजा, #OccupyUGC मुहिम जारी

स्‍मृति ईरानी से वार्ता बेनतीजा, #OccupyUGC मुहिम जारी

नॉन-नेट फेलोशिप बंद करने के प्रस्ताव के खिलाफ पिछले 17 दिनों से दिन-रात डटे छात्रों की मुहिम आखिरकार रंग लाई। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी को छात्रों से बात करने के लिए खुद मंत्रालय से बाहर आना पड़ा। हालांकि, छात्र प्रतिनिधियों के साथ ईरानी की वार्ता बेनतीजा रही लेकिन इससे #OccupyUGC मुहिम हौसला जरूर बढ़ा है।
देश के सूखाग्रस्त इलाकों का जायजा लेगी 'संवेदन यात्रा'

देश के सूखाग्रस्त इलाकों का जायजा लेगी 'संवेदन यात्रा'

तीसरी दफा ऐसा हुआ है कि देश में लगातार दूसरे साल सूखा पड़ा। मराठवाड़ा, बुंदेलखंड, पूर्वी उत्तर-प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान सूखे की मार झेल रहे हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश का ध्यान धरतीपुत्र की खराब हालत की ओर दिलाने के लिए स्वराज अभियान के बैनर तले कई संस्थाएं और बुद्धिजीवि लोग देश के सूखाग्रस्त इलाकों में एक यात्रा का आयोजन कर रहे हैं। इस यात्रा को संवेदन यात्रा का नाम दिया गया है।
संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में बड़े लोकतंत्रों की मुहिम तेज

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में बड़े लोकतंत्रों की मुहिम तेज

भारत, जापान, जर्मनी और ब्राजील ने सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता को लेकर अपनी दावेदारी की मुहिम तेज कर दी है। अमेरिकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-4 देशों की बैठक बुलाकर इस दिशा में महत्‍वपूर्ण कदम बढ़ाया है।
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