उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में अपनी-अपनी परेशानियां लेकर पहुंचे लोगों के बीच भगदड़ मच गई है जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं।
यह बसपा प्रमुख मायावती के राज में हुआ ऐसा कथित घोटाला है, जिसे लोग पहले दिन से ही घोटाला मानते हैं। लेकिन साबित आज तक नहीं हो पाया। इस मामले में मायावती के साथ-साथ अखिलेश यादव पर भी शिकंजा कसना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा है वह राम मंदिर के लिए जेल क्या फांसी पर भी लटकने को तैयार हैं। भारती ने लखनऊ में शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुकाकात की और कहा कि योगी जी का सीएम बनना एक युग परिवर्तन है।
उत्तर प्रदेश में भी अब आम जनता को 5 रुपए में भरपेट खाना मिल सकेगा। तमिलनाडु की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता द्वारा शुरू की गई 'अम्मा कैन्टीन' और गरीबों के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा शुरू की गई दीनदयाल रसोई योजना की तर्ज पर यूपी की योगी सरकार पूरे सूबे में अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू करने जा रही है, जिसमें मात्र तीन रुपये में नाश्ता और पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 2010-11 में मायावती शासन के दौरान राज्य की 21 चीनी मिलों की बिक्री में हुए 1100 करोड रुपये के घोटाले की जांच के निर्देश दिये हैं। प्रशासनिक सूत्रों का दावा है कि आवश्यकता पड़ने पर मामले की सीबीआई जांच भी करायी जाएगी।
उत्तयर प्रदेश योगी आदित्य नाथ सरकार अपनी पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की ‘समाजवादी’ योजनाओं के नाम बदने का फैसला किया है। गुरुवार देर रात कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। मीडिया के मुताबिक अब अखिलेश यादव सरकार की जिन योजनाओं में समाजवादी शब्द जुड़ा था उनकी जगह ‘मुख्यमंत्री’ शब्द जोड़ने का फैसला किया गया है। इसके अलावा 14 अप्रैल से सूबे के हर जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने का निर्णय किया गया। जेवर एयर पोर्ट को भी मंजूरी दी गई।
समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ यादव से मिले। यादव के साथ उनके बेटे आदित्य यादव भी थे। सीएम योगी के 5 कालिदास मार्ग के आवास पर शिवपाल मिलने पहुंचे। इस मुलाक़ात को यूपी में राजनीतिक मंच पर अलग ढंग से देखा जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार के कर्ज माफी के फैसले को किसानों के साथ सरासर धोखा बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, वादा पूर्ण कर्जमाफी का था, किसी सीमा का नहीं। एक लाख की सीमा से करोड़ों किसान ठगा महसूस कर रहे हैं। ये ग़रीब किसानों के साथ धोखा है।
यूपी की योगी कैबिनेट ने मंगलवार को राज्य के किसानों को बड़ी सौगात दी। कैबिनेट ने पहली बैठक में लघु और सीमांत किसानों का फसली कर्ज माफ किया है। योगी सरकार ने 2 करोड़ 15 लाख लघु और सीमांत किसानों का 30729 करोड़ का कर्जा माफ कर दिया है। किसानों के 1 लाख तक के कर्ज माफ किए गए हैं।