जदयू-राजद के बीच बढ़ रही दरार को कम करने की कोशिशें तेज है। वहीं रविवार को जदयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसके पहले शरद यादव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने ट्विट को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा में बने रहने का कारण हरियाणा में भीड़ द्वारा मारे गए जुनैद और कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों को बचाने वाले बस ड्राइवर सलीम से जुड़ा उनका ट्वीट है।
देश में उन्मादी भीड़ ने हिंसा की कई काली रेखाएं खींच दी है। पहले उन्मादी भीड़ ने एक युवक को मौत के हवाले कर दिया। उस दौरान किसी के हाथ मदद के लिए आगे नहीं बढ़े। अब विडबंना है कि कोई गवाह भी सामने नहीं आ रहा है।
इन दिनों देश में गौरक्षा, गौहत्या, गौमांस और गौतस्करी एक बड़ा मामला है, जिसकी खबरें आए जिन सुनने और पढ़ने को मिलती है। इसी मामले जुड़े उत्तरी-पूर्वी बिहार के सीमांचल इलाके के एक आदिवासी छात्र ने गौतस्करी से बचाने के लिए एक नई डिवाइस तैयार की है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय देखा गया है और इस पर आने वाले सभी मामलों पर गंभीरता से विचार करती हैं। लेकिन कई बार लोग उन्हें ट्वीट कर उनसे नामुमकिन सी ख्वाहिश को पूरा करने की बात करते हैं। ऐसा ही एक मामला आज सुबह देखा गया, जब एक व्यक्ति ने कहा कि वह मंगल ग्रह पर फंस गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी पर अपनी चिंता जाहिर की है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का विकास धीमा पड़ने की वजह नोटबंदी है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था केवल सार्वजनिक व्यय के इंजन पर चल रही है। लाखों नौकरियां खत्म हो रही है और निजी क्षेत्र का निवेश ध्वस्त हो गया है।
ऐसे में जब आईटी सेक्टर में नौकरियों पर संकटर मंडरा राह है तो इन्फोसिस के सह संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति युवा पेशेवरों के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने सुझाव दिया है कि युवा पेशेवरों की नौकरी बचाने के लिए वरिष्ठ साथियों को अपने वेतन में कटौती करनी होगी।
मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने सभी भाजपा नेता सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रोजगार पर बयान दिया है। अमित शाह ने कहा है कि 125 करोड़ लोगों के देश में सभी को नौकरी मुहैया करना संभव नहीं है।
चाइना पाक-इकॉनमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) प्रोजेक्ट की पहुंच अब पाकिस्तान के आर्थिक विभागों के साथ शैक्षणिक संस्थानों में भी देखी जा रहा है। इसका अंदाजा पाकिस्तानी छात्रों की चीनी भाषा सीखने की इच्छा और मांग को लेकर लगाया जा सकता है। पाकिस्तानी छात्रों ने दोनों देशों में नौकरी के अवसरों को लेकर चीनी भाषा सीखने की इच्छा जताई है।