राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसान संगठन ने किसानों की समस्याओं के लिए केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। भारतीय किसान संघ ने किसानों के संकट के लिए केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है और उसे अविवेकपूर्ण बताया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मंच पर भारतीय किसान यूनियन के महामंत्री ने भले ही आंदोलन समाप्त करने का ऐलान कर दिया हो लेकिन यूनियन की कार्यकारिणी ने इसका खंडन किया है। ऐसे में सीएम शिवराज की मुसीबतें बढ़ती दिखाई दे रही है।
महाराष्ट्र सरकार और किसानों के बीच चल रही तकरार पर विराम लगता दिखाई दे रहा है। राज्य सरकार के द्वारा किसानों की कर्ज माफी की घोषणा के बाद किसानों ने 12 जून को निर्धारित विरोध प्रदर्शन को रद्द कर दिया है।
जहां किसानों का गुस्सा शिवराज सरकार की नीतियों पर जमकर फूटा है वहीं भाजपा के बड़े नेता कैलास विजयवर्गीय का विवादित बयान आया है। विजयवर्गीय ने कहा कि किसान मुख्यमंत्री के पैर धोकर पीना चाहते हैं।
सीएम शिवराज के उपवास के दूसरे दिन भी किसानों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों ने आज पूरे प्रदेश में चक्का जाम और जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नारियल का पानी पीकर उपवास समाप्त कर दिया है। बीजेपी नेता कैलाश जोशी ने उन्हें नारियल का पानी पिलाया।
किसान आंदोलन के बीच अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को समस्याओं पर चर्चा के लिए खुला न्योता दिया। शिवराज ने कहा, “किसान आग न लगाएं, चर्चा के लिए आएं।”
किसान आंदोलन को लेकर जिस समय भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान उपवास शुरू करने जा रहे थे तभी आप नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा कि ‘जो धान की कीमत दे न सका, वो जान की कीमत क्या जाने?’
मध्य प्रदेश में जारी आंदोलन के बीच एक ओर जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान राज्य में शांति बहाली के लिए अनशन पर बैठे हैं। तो वहीं, दूसरी ओर कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन का कहना है कि वह किसानों के कर्ज माफी के पक्ष में नहीं हैं। प्रदेश में किसान कर्ज माफी को लेकर पिछले कई दिनों से हिंसक आंदोलन जारी है।
मदसौर के किसानों के आंदोलन से चौतरफा घिरे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को दशहरा मैदान पर बेमियादी अनशन शुरू किया तथा किसानों को समस्याओं पर चर्चा के लिए खुला न्यौता दिया। करीब 45 मिनट तक दिए भाषण में मुख्यमंत्री ने एक भी बार कांग्रेस का नाम नहीं लिया। इस बीच प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने का कोई सवाल ही नहीं उठता, मैं पहले भी इसके पक्ष में नहीं था और अब भी नहीं हूं। तो वहीं विपक्षी कांग्रेस ने अनशन को राजनैतिक ड्रामा बताया।