यमन की राजधानी अदन में एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर आत्मघाती हमले में 60 लोगों की मौत हो गई। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है।
प्रशासन द्वारा तीन थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरी कश्मीर घाटी से कर्फ्यू हटा दिए जाने के कारण श्रीनगर शहर में जनजीवन सामान्य की ओर लौटने लगा। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से बीते 51 दिनों से घाटी में कर्फ्यू लगा हुआ था।
पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकी हमले पर भारत ने अमेरिका को नए सबूत दिए हैं। जिसके आधार पर भारत पाकिस्तान से जवाब मांगेगा। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा छोड़े गए कुछ साइबर निशानों का पता लगाने के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई समेत कुछ एजेंसियों की मदद मांगी गई थी।
हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहान वानी के पिता और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के बीच बेंगलुरु में श्रीश्री के आश्रम में मुलाकात हुई। जम्मू कश्मीर में 8 जुलाई को भारतीय सैन्य बलों द्वारा आतंकवादी बुरहान वानी मार गिराया गया था, जिसके बाद से कश्मीर में विरोध प्रदर्शनों और हिंसा का दौर कायम है।
काबुल स्थित अमेरिकन यूनीवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान पर घंटों चले आतंकी हमले में कम से कम 13 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि यह हमला आज तड़के खत्म हुआ।
मुंबई से एक नवजात बच्चे के साथ महिला व तीन अन्य लोगों के इस्लामिक स्टेट से जुड़ने के लिए देश छोड़कर जाने का मामला सामने आया है। ये लोग जून में गए थे। 26 वर्षीय अशफाक अहमद, उसकी पत्नी, 22 वर्षीय भतीजा मोहम्मद सिराज और 30 वर्षीय एजाज रहमान देश छोड़ दिए। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, यह आश्चर्य कर देने वाली बात है कि एक परिवार के चार लोग प्रतिबंधित संगठन से जुड़ने चले गए। हम लोग उपदेशक मोहम्मद हनीफ से अशफाक और उसके परिवार को आईएस की ओर आकर्षित करने के रोल पर पूछताछ कर रहे हैं।
तुर्की के विदेश मंत्री मौलूद काउसोगलू ने भारत से कहा है कि फतहुल्ला टेररिस्ट आर्गनाइजेशन (फेटो) ने भारत में घुसपैठ कर ली है। उन्होंने भारत से कहा कि फेटो को निकाल बाहर करने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है। पिछले महीने तुर्की में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के लिए वहां की सरकार ने फेटो को जिम्मेदार ठहराया है।
दरगाह आला हजरत से पाकिस्तान के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद और उसे मसीहा मानने वालों को इस्लाम से खारिज कर दिया गया है। उसके संबोधन सुनने को भी हराम करार दिया गया है। मुसलमानों से कहा गया है कि वे हाफिज से बचकर रहें।