देश भर में आज प्रकाश का पर्व पूरे हर्षोल्लास और परंपरा के साथ मनाया जा रहा है। शाम होते ही मकान और इमारतें रौशनी में नहा उठीं और आसमान में आतिशबाजियां गूंजने लगीं। लोगों ने मिठाइयों और दूसरे उपहारों के साथ एक दूसरे को शुभकमानाएं दीं।
ईरोड (तमिलनाडु), जिले के एक पक्षी अभयारण्य के आसपास के आठ गांवों के लोग पिछले 17 वर्ष से बिना पटाखा जलाए दिवाली मनाते हैं क्योंकि उन्हें इसकी आशंका है कि तेज आवाज से प्रवासी पक्षी डर कर भाग जाएंगे।