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गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।
रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
आेलंपिक : फाइनल में पीवी सिंधु हारी, रजत पदक से करना पड़ेगा संतोष

आेलंपिक : फाइनल में पीवी सिंधु हारी, रजत पदक से करना पड़ेगा संतोष

रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्‍पेन की विश्‍व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्‍वस्‍त कर पाईं। फाइनल में उन्‍हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्‍मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्‍मान दिलाया।
सिंधु के ‘द्रोणाचार्य’

सिंधु के ‘द्रोणाचार्य’

कहा जाता है कि गुरु को मुक्ति तब मिलती है, जब शिष्य उससे बड़ा हो जाए। गोपीचंद ने इसे अपनी जिंदगी में अपनाया है। ओलंपिक के लिहाज से देखा जाए, तो आज उनके शिष्य बड़े मुकाम पर खड़े हैं। गोपी से भी ऊंचे मुकाम पर। फर्क बस यह है कि गोपी का कद भी उसके साथ बढ़ता जा रहा है। जीवन में जो सीखा, उसे संसार को वापस करना क्या होता है, इसे गोपी से समझा जा सकता है।
ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
साइना ऑस्‍ट्रेलियन ओपन खिताब से एक कदम दूर, श्रीकांत हारे

साइना ऑस्‍ट्रेलियन ओपन खिताब से एक कदम दूर, श्रीकांत हारे

लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साइना की भिड़ंत अब फाइनल में रविवार को चीन की दुनिया की 12वीं नंबर की खिलाड़ी सुन यु से होगी, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में हमवतन लि जुरेई को हराया। साइना 2014 में आस्ट्रेलियन ओपन जीत चुकी हैं, उनका सुन के खिलाफ रिकार्ड 5-। का है। सुन ने 2013 चाइना ओपन में एक बार इस भारतीय खिलाड़ी को पराजित किया था। पुरूष एकल में किदाम्बी श्रीकांत सेमीफाइनल में डेनमार्क के हैंस-क्रिस्टियन विटिंगस से हार गये।
सेरेना फ्रेंच ओपन के फाइनल में, क्‍या इस बार ग्राफ से होगी बराबरी

सेरेना फ्रेंच ओपन के फाइनल में, क्‍या इस बार ग्राफ से होगी बराबरी

सेरेना विलियम्स ने पेरिस में इतिहास रचने की उम्मीदों को जीवंत रखते हुए शुक्रवार को यहां फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल फाइनल में जगह बनाई लेकिन उन्हें सेमीफाइनल में किकी बर्टन्स को 7-6, 6-4 से हराने में काफी पसीना बहाना पड़ा। लगातार दूसरे दिन 34 साल की अमेरिकी सेेरेना को जूझना पड़ा और कई मौकों पर वह लय में भी नहीं दिखी लेकिन अंतत: जीत दर्ज करने में सफल रही।
पीवी सिंधु ने लगातार तीसरी बार जीता मकाउ ओपन खिताब

पीवी सिंधु ने लगातार तीसरी बार जीता मकाउ ओपन खिताब

भारतीय स्टार शटलर पी वी सिंधु ने आज महिला एकल फाइनल में जापान की मिनात्सु मितानी को हराकर मकाउ ओपन ग्रांड प्रीक्स गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट को लगातार तीसरी बार जीत लिया है। सिंधु ने 120,000 डॉलर इनामी राशि वाले टूर्नामेंट को जीतकर खिताबी हैट्रिक पूरी की।
भारत के सिरिल को विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रजत

भारत के सिरिल को विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रजत

युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सिरिल वर्मा को पेरू के लीमा में चीनी ताइपे के चिया हुंग ल्यू के खिलाफ फाइनल में शिकस्त के साथ बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा।
अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

साइना नेहवाल देश की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलिंपिक (लंदन ओलिंपिक-2012) में पदक जीता। बैडमिंटन वल्र्ड फेडरेशन की ओर से विश्व में नंबर वन रैंकिंग पाने वाली और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली भी वह पहली भारतीय हैं जबकि इससे पहले प्रकाश पादुकोण ही विश्व में अव्वल रैंकिंग पाने वाले भारतीय थे। इतना ही नहीं, सुरेश रैना, एम. सी. मैरी कॉम, वीरेंद्र सहवाग और सुशील कुमार जैसे खिलाडिय़ों का प्रबंधन करने वाली कंपनी आईओएस स्पोट्र्स एंड मैनेजमेंट के साथ सबसे अधिक यानी 25 करोड़ रुपये का करार किया है।
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