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हिंदी दिवस पर कवियों का जुटान

हिंदी दिवस पर कवियों का जुटान

कवि-कहानीकारों के लिए वैसे तो हर दिन हिंदी का दिन होता है। लेकिन साल में एक दिन खास मनाया जाता है जो हिंदी के लिए कोने-कोने में प्रयासरत लोगों को एक मंच पर जुटा लाता है।
एक ‘शाखाहारी’ की स्वीकारोक्ति | शेखर गुप्‍ता

एक ‘शाखाहारी’ की स्वीकारोक्ति | शेखर गुप्‍ता

इस वर्ष का राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पूरी तरह एक नए अंदाज में मनाया गया। पहले तो हमने देखा कि किसी भी कक्षा में घुस जाने की ताकत रखने वाले हर महत्वपूर्ण सरकारी शख्स ने 'मैं भी शिक्षक’ का अपना सपना साकार किया। कड़वा सच बताना पड़ेगा कि हमारे अब तक के इस मंत्रिमंडल में सबसे कम पढ़े-लिखे लोग हैं। लेकिन उन्हें पढ़ाना अच्छा लगता है। और वे कभी-कभी पढ़ना भी पसंद करते हैं लेकिन वे अपने पसंदीदा शिक्षक और गुरुओं के गुरू आरएसएस के सिवा किसी और से पढ़ना नहीं चाहते।
टी20 विश्व कप 2016 तक टीम निदेशक बने रहेंगे शास्त्री

टी20 विश्व कप 2016 तक टीम निदेशक बने रहेंगे शास्त्री

बीसीसीआई ने सलाहकार समिति के सुझावों के आधार पर रवि शास्त्री को भारत में अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप तक भारतीय क्रिकेट टीम का निदेशक बरकरार रखा है।
शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

विवादों के बीच भोपाल में शुरू हुआ 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन बगैर कोई छाप छोड़े समाप्त हो गया। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में इसके उद्घाटन और समापन पर ही आयोजकों का सारा फोकस था। पर उसके बावजूद कार्यक्रम पूरी तरह से अपने उद्देश्यों से दिशाहीन होकर समाप्त हो गया। विवादों का ही असर हुआ जिसके चलते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इसके समापन समारोह में अपने पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं आए।
प्रणब मुखर्जी ने मां को दिया अपनी सभी सफलताओं का श्रेय

प्रणब मुखर्जी ने मां को दिया अपनी सभी सफलताओं का श्रेय

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज अपनी सभी सफलताओं का श्रेय अपनी मां को दिया और बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा कि वह बेमिसाल शरारती लड़के थे जो अपनी मां को खूब परेशान करता था।
राजनीति में अच्छे लोग आएं, तभी देश समृद्ध होगा: पीएम मोदी

राजनीति में अच्छे लोग आएं, तभी देश समृद्ध होगा: पीएम मोदी

राजनीति के ज्यादा बदनाम हो जाने के कारण उसमें अच्छे लोगों के आने से डरने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बच्चों से कहा कि जिनमें नेतृत्व की क्षमता और लोगों का कल्याण करने की भावना है तो वे निश्चित रूप से राजनीति में आएं। राजनीति में हर क्षेत्र से अच्छे लोग आएं, तभी देश समृद्ध होगा।
विहिप के निशाने पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी

विहिप के निशाने पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने देश में मुसलमानों की पहचान और सुरक्षा की समस्याओं के हल के लिए रणनीतियां बनाने की वकालत करते हुए सरकार से इस दिशा में सकारात्मक कार्रवाई करने तथा सबके विकास के लिए नीति बनाने की मांग की थी। अपने भाषण में उपराष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी के नारे सबका साथ सबका विकास की तारीफ की पर इसमें मुसलमानों को भी वाजिब हक के साथ शामिल करने पर जोर दिया था।
अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

साइना नेहवाल देश की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलिंपिक (लंदन ओलिंपिक-2012) में पदक जीता। बैडमिंटन वल्र्ड फेडरेशन की ओर से विश्व में नंबर वन रैंकिंग पाने वाली और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली भी वह पहली भारतीय हैं जबकि इससे पहले प्रकाश पादुकोण ही विश्व में अव्वल रैंकिंग पाने वाले भारतीय थे। इतना ही नहीं, सुरेश रैना, एम. सी. मैरी कॉम, वीरेंद्र सहवाग और सुशील कुमार जैसे खिलाडिय़ों का प्रबंधन करने वाली कंपनी आईओएस स्पोट्र्स एंड मैनेजमेंट के साथ सबसे अधिक यानी 25 करोड़ रुपये का करार किया है।
हिंदी साहित्य के इंजीनियर

हिंदी साहित्य के इंजीनियर

गणित के कठिन सवालों के बीच गोदान का होरी भी जिंदगी के जवाब खोजता है। रसायन के सूत्र भले भूल जाएं मगर चंदर का सुधा भूल जाना अखरता है। प्रकाश के परावर्तन का नीरस सिद्धांत सुनील के केस को सुलझाते ही सरस लगने लगता है। ब्लैक बोर्ड पर अल्फा, बीटा, गामा के बीच निर्मला, चोखेरबाली और राग दरबारी भी धमाचौकड़ी मचाते हैं। अमूमन घरों में होशियार बच्चे विज्ञान पढ़ते हैं। विज्ञान में भी लड़के गणित और लड़कियां जीव विज्ञान पढ़ती हैं। जब कोर्स की किताबें ही साल में खत्म करना मुश्किल हो तो कहानी-कविताएं, उपन्यास पढ़ने के लिए किसके पास वक्त है। गणित लेने के बाद अर्जुन की आंख की तरह बस एक ही लक्ष्य है, आईआईटी। विज्ञान पढ़ रहे बच्चों के माता-पिता को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से कम कुछ भी गवारा नहीं है। मोटी-मोटी किताबों, सुबह से शाम तक चलने वाली कोचिंग क्लासों के बीच इंजीनियर बनने का सपना पलता है। ऐसे में साहित्य की कौन सोचे। पढ़ाई के दौरान साहित्य पढऩा समय की बर्बादी है और लिखना... इसके बारे में तो सोचना भी मत।
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