भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दूसरी सूची जारी कर दी। इस सूची में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे का भी नाम है। रविवार को भाजपा ने 155 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिता और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की गैरमौजूदगी में पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया। अखिलेश ने चुनाव में जनता को लुभाने के लिए कई घोषणाएं की हैं। घोषणापत्र जारी होने के बाद मुलायम सिंह यादव भी पार्टी कार्यालय पहुंचे।
कर्ज के बोझ के तले दबे किसानों की व्यथा, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी और बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझते उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के लोगों की समस्याएं खबरों की सुर्खियां तो जरूर बनती हैं लेकिन चुनावी मुद्दा नहीं बन पातीं और अब सवाल यह है कि राजनीतिक दलों के लिए अंतत: जीत के जातिगत समीकरण का फार्मूला क्या विकास की शक्ल ले पायेगा।
उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कांग्रेस को सलाह दी कि वह सपा के साथ मिलने की बजाय अकेले दम पर या छोटे धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ गठजोड कर चुनाव लडे।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कई क्षेेत्रीय पार्टियां ताल ठोकने में जुट गई है। रेप के आरोपित आसाराम के बेटे और खुद भी रेप के आरोपित नारायण साईं की ओजस्वी पार्टी पूर्वांचल की 150सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संघ ने आरक्षण को खत्म करने की वकालत करके पिछड़ों को एकजुट होने का मौका दे दिया है। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरक्षण के मसले ने भाजपा को बड़ा नुकसान पहुंचाया था। कुछ उसी तरह का हाल उत्तर प्रदेश में न हो जाए इसको लेकर भाजपा के कई नेता नाराज भी बताए जा रहे है।
समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को 191 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति से स्वीकृत इस सूची में शिवपाल सिंह यादव का भी नाम है। जबकि बाहुबली अतीक अहमद का टिकट काट दिया गया है।
इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को राज्य की दूसरी राजधानी बनाने की घोषणा की है। धर्मशाला की कुल जनसंख्या करीब 70 लाख है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन बनाने को लेकर इसके दो संभावित घटक कांग्रेस एवं समाजवादी पार्टी के बीच मतभेद सामने आए हैं क्योंकि इसमें राष्ट्रीय लोक दल को शामिल किए जाने को लेकर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।