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Search Result : "वंशवादी राजनीति"

दुर्गा पूजा के समय उत्तर प्रदेश की सियासत में उतरेगी प्रियंका गांधी

दुर्गा पूजा के समय उत्तर प्रदेश की सियासत में उतरेगी प्रियंका गांधी

इस साल दुर्गा पूजा में कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं की इच्छा पूरी होती दिख रही है जो प्रियंका गांधी को राजनीति में लाने के लिए प्रयासरत थे। सूत्रों पर अगर भरोसा किया जाए तो इस प्रियंका गांधी दुर्गा पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश की सियासत में पदार्पण करेगी।
शाह के समरसता भोज पर अखिलेश का तंज, मैंने मजदूर की जाति नहीं पूछी थी

शाह के समरसता भोज पर अखिलेश का तंज, मैंने मजदूर की जाति नहीं पूछी थी

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को वाराणसी के एक गांव में दलितों के साथ भोजन किया। समरसता भोज नाम के इस कार्यक्रम पर तंज कसते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि संदेश देने के लिए उन्होंने भी मजदूरों के साथ भोजन किया था, लेकिन कभी उनकी जाति नहीं पूछी थी।
हालात पर मंथन करेगी कांग्रेस, हो सकता है चिंतन शिविर आयोजित

हालात पर मंथन करेगी कांग्रेस, हो सकता है चिंतन शिविर आयोजित

चार राज्यों में चुनावी हार का सामना करने वाली कांग्रेस अगले महीने चिंतन शिविर का आयोजन कर सकती है। शिविर का आयोजन या तो पार्टी के शासन वाले हिमाचल प्रदेश या फिर उत्तराखंड में होगा।
‘अगले एक वर्ष में और चमकेंगे मोदी’

‘अगले एक वर्ष में और चमकेंगे मोदी’

जाने-माने ज्योतिषी पंडित अजय भांबी ने नरेंद्र मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के समय की कुंडली के आधार पर भविष्यवाणी की है कि प्रधानमंत्री का बेहतर समय अभी जारी रहेगा और अगले वर्ष में मोदी भारतीय राजनीतिक के क्षितिज पर और चमकते हुए दिखेंगे।
उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष का आरोप, रावत मेरी हत्या कराना चाहते हैं

उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष का आरोप, रावत मेरी हत्या कराना चाहते हैं

उत्तराखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत उनकी हत्या कराना चाहते हैं। वहीं भट्ट के आरोपों का खंडन करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि भाजपा नेता मुख्यमंत्री के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाकर लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सरकार को गिराने की अपनी नाकाम साजिश से जनता का ध्यान हटाना चाहते हैं।
राजनीति के सितारों के लिए फिल्मी सितारों का योगदान

राजनीति के सितारों के लिए फिल्मी सितारों का योगदान

हाल के कुछ सालों में नामी हस्तियों का चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करना बढ़ गया है। यह एक तरह से लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है। नामी हस्तियों के चुनाव में वोट डालने से आम व्यक्तियों को भी प्रेरणा मिलती है।
स्वामी का आरबीआई गवर्नर पर हमला, बोले वापस शिकागो भेजो

स्वामी का आरबीआई गवर्नर पर हमला, बोले वापस शिकागो भेजो

अपने आरोपों से देश की राजनीति में भूचाल लाने वाले भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गुरूवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोला। स्वामी ने राजन को देश में बेरोजगारी और उद्योग जगत के पतन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की।
‘राजनीति में सोनिया नहीं मेनका की मदद चाहती थीं इंदिरा’

‘राजनीति में सोनिया नहीं मेनका की मदद चाहती थीं इंदिरा’

दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपने पुत्र संजय गांधी के निधन के बाद चाहती थीं कि उनकी छोटी बहू राजनीति में उनकी मदद करे लेकिन मेनका ऐसे लोगों के साथ थीं जो राजीव के विरोधी थे। हालांकि दिवंगत प्रधानमंत्री का सोनिया के प्रति अनुराग अधिक था लेकिन संजय की मौत के बाद उनका झुकाव मेनका की ओर भी हो गया था।
लकीर बड़ी करने में विश्वास : डॉ. रमन सिंह

लकीर बड़ी करने में विश्वास : डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को 12 साल से सत्ता में बने हुए हैं और अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में दमखम से जुटे हुए हैं। राजनीतिक समीकरणों पर उनकी निगाह है। अरसे से उन्होंने विकास कार्यक्रमों को अपना कारगर हथियार बना रखा है। नक्सली हिंसा के मुकाबले के लिए भी वे जनता से सीधा संवाद और विकास योजनाओं के सूक्ष्म स्तर तक क्रियान्वयन को सटीक फार्मूला मानते हैं। पार्षद से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करने वाले रमन सिंह को जनता की नब्ज सटीक तौर पर समझने-परखने वाला नेता माना जाता है। छत्तीसगढ़ में अभी हाल उन्होंने `लोक सुराज यात्रा' का अभियान शुरू किया है। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के इलाकों के दौरे में डॉ. रमन सिंह के साथ आउटलुक के समाचार संपादक दीपक रस्तोगी ने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश :
चर्चाः असली-नकली डिग्री की राजनीति | आलोक मेहता

चर्चाः असली-नकली डिग्री की राजनीति | आलोक मेहता

नाम में क्या रखा है, काम जरूर देखो। डिग्री बहुत बड़ी, देश के साथ विदेश की हो, नाम धनवान या गरीब खानदान से हो- असली परीक्षा परिवार-समाज और राष्‍ट्र को पहुंचाए गए लाभ से हो सकती है। इसी तरह विरोध की राजनीति, आंदोलन-असहमति-असहयोग और कठोर आलोचना की हो सकती है। लेकिन अब शिक्षा की डिग्री पर राजनीतिक बवाल मचाने का नया घटिया खेल शुरू हुआ है।
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