Advertisement

Search Result : "राकेश चतुर्वेदी ओम"

वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में शामिल होकर अवनि, भावना और मोहना ने रचा इतिहास

वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में शामिल होकर अवनि, भावना और मोहना ने रचा इतिहास

अवनी चतुर्वेदी, भावना और मोहना सिंह ने अपनी बहादुरी और कौशल से नया इतिहास रच दिया है। पहली बार ये तीन जांबाज लड़कियां वायुसेना में फाइटर पायलट के तौर पर शनिवार को शामिल हुईं। ऐसा गौरव पाकर इन्‍होंने महिला जगत को और रोशन कर दिया है। हैदराबाद में इन्‍होंने बकायदा पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। फाइटर पायलट बनने का मतलब युद्ध की स्थिति में अवनि, भावना और मोहना लड़ाई में इस्तेमाल सुखोई जैसे विमान उड़ाएंगी। तीनों वायुसेना अधिकारी तो पहले से ही हैं। अब उन्हें लड़ाकू बेड़े में शामिल किया गया है।
ट्विटर पर ईरानी और चतुर्वेदी के बीच छिड़ा युद्ध

ट्विटर पर ईरानी और चतुर्वेदी के बीच छिड़ा युद्ध

मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस नेता प्रियंका चतुर्वेदी के बीच ट्विटर पर वाक्युद्ध छिड़ गया। स्मृति ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए, असम के चुनावों में मिली हार को उनकी विशिष्ट योग्यता बताया।
कैंपस से निकली विचारों की आंधी

कैंपस से निकली विचारों की आंधी

छात्र राजनीति का इतिहास बहुत पुराना है। राष्ट्र के नव-निर्माण से लेकर आज तक यह जारी है। हाल में भारत के विश्वविद्यालयों से एक आंधी उठी है जो हो सकता है देश की राजनीति के लिए बवंडर साबित हो
बदलते भारत को नई ताकत देतीं देवियां

बदलते भारत को नई ताकत देतीं देवियां

महिला शिक्षा और सशक्तीकरण का बीड़ा उठा रहीं महिला हस्तियों की दिलचस्प और अनुकरणीय पहल, जो कारोबार, खेल और बैंकिंग क्षेत्रों में कामयाबी की बुलंदी छू रही हैं
मंदिर निर्माण के लिए संवाद जरूरी

मंदिर निर्माण के लिए संवाद जरूरी

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की चर्चा भर से बुद्धिजीवियों एवं राजनीतिज्ञों का एक वर्ग छद्म आक्रोश व्यक्त करने लगता है। ऐसा ही तब हुआ जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल की श्रद्धांजलि सभा में राम मंदिर निर्माण के संकल्प को दोहराया। फिर क्या था। संघ पर सांप्रदायिकता, ध्रुवीकरण, न्यायालय की अवहेलना जैसे आरोप मढ़ दिए गए।
सभी युद्धों को मिलाकर जितने मरे उससे अधिक मधुमेह से मर गए

सभी युद्धों को मिलाकर जितने मरे उससे अधिक मधुमेह से मर गए

हिंदुस्तान को पूरी दुनिया में मधुमेह या डायबिटीज राजधानी कहते हैं और इसे कलंक का यह तमगा यूं ही नहीं मिल गया है। हकीकत यह है कि दुनिया भर में करीब 34 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। इसमें भी 20 फीसदी यानी करीब 7 करोड़ मरीज अकेले भारत में हैं। यह आंकड़ा देश की कुल जनसंक्चया का करीब 3 फीसदी है। मधुमेह को बाकी बीमारियों की गंगोत्री कह सकते हैं। इससे पीड़ित होने के बाद अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में में आना महज वक्त की बात होती है।
दिबाकर बनर्जी, पटवर्धन समेत 10 फिल्‍मकारों ने अवार्ड लौटाए

दिबाकर बनर्जी, पटवर्धन समेत 10 फिल्‍मकारों ने अवार्ड लौटाए

साहित्‍यकारों के बाद अब फिल्‍मकारों ने भी पुरस्‍कार लौटाने शुरू कर दिए हैं। देश में बढ़ती असहिष्णुता और एफटीआईआई के मुद्दे पर दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 10 फिल्‍मकारों ने अपना राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार लौटा दिया है।
मैगसायसाय का पैसा संजीव चतुर्वेदी ने एम्‍स को दान किया

मैगसायसाय का पैसा संजीव चतुर्वेदी ने एम्‍स को दान किया

सरकारी सिस्‍टम में रहते हुए भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने मैग्सेस अवार्ड में मिली पूरी धनराशि एम्‍स के जरूरतमंद मरीजों को दान करने का फैसला किया है।
शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

विवादों के बीच भोपाल में शुरू हुआ 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन बगैर कोई छाप छोड़े समाप्त हो गया। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में इसके उद्घाटन और समापन पर ही आयोजकों का सारा फोकस था। पर उसके बावजूद कार्यक्रम पूरी तरह से अपने उद्देश्यों से दिशाहीन होकर समाप्त हो गया। विवादों का ही असर हुआ जिसके चलते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इसके समापन समारोह में अपने पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं आए।
Advertisement
Advertisement
Advertisement