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Search Result : "मुल्ला अब्दुल गनी बरादर"

दरगाह हमलाः बांग्लादेश में हूजी प्रमुख और दो को फांसी

दरगाह हमलाः बांग्लादेश में हूजी प्रमुख और दो को फांसी

बांग्लादेश ने प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हन्नान और उसके दो सहयोगियों को एक दरगाह पर वर्ष 2004 में हमला करने के मामले में बुधवार की रात फांसी पर लटका दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और ब्रितानी उच्चायुक्त घायल हो गए थे।
नोटबंदी पर अब भी रोष बरकरार, नीतीश के मंत्री ने मोदी के पोस्टर पर मारे जूते

नोटबंदी पर अब भी रोष बरकरार, नीतीश के मंत्री ने मोदी के पोस्टर पर मारे जूते

बिहार में नीतीश सरकार में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर जूता पड़वाने और उनके खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किए जाने पर भाजपा दल ने विरोध शुरु कर दिया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को गलत बताया है।
अब्दुल बासित होंगे पाक के नए विदेश सचिव

अब्दुल बासित होंगे पाक के नए विदेश सचिव

भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित पाकिस्तान के नये विदेश सचिव बनने वाले हैं। समाचार पत्र द न्यूज के अनुसार नवाज शरीफ सरकार ने बासित को देश का नया विदेश सचिव बनाने का सैद्धांतिक तौर पर फैसला कर लिया है। बासित एजाज अहमद चौधरी का स्थान लेंगे जो अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत बनने जा रहे हैं। (एजेंसी)
सिमी मुठभेड़: जांच से पहले पुलिसकर्मियों को इनाम पर सरकार ने लगाई रोक

सिमी मुठभेड़: जांच से पहले पुलिसकर्मियों को इनाम पर सरकार ने लगाई रोक

मध्यप्रदेश सरकार ने जेल से फरार सिमी के आठ व्यक्तियों की तलाश और मुठभेड़ में मार गिराने की घटना में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को दो-दो लाख रुपये का इनाम देने के फैसले पर रोक लगा दी है।
आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित का कहना है कि पाकिस्तान कभी नहीं चाहता सीमा पर तनाव बढ़ाना। आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान का रुख एकदम स्पष्ट है। हम भी आतंकवाद से पीड़ित देश हैं। भारत में जब भी कोई आतंकी घटना होती है, पाकिस्तान पर आरोप लगने लगते हैं। अब्दुल बासित कहते हैं, `मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हम यथार्थ की ओर देखे। पाकिस्तान अपनी जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा।’
रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।
राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद मुखर्जी का नया पता होगा 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड

राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद मुखर्जी का नया पता होगा 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड

राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद प्रणब मुखर्जी का नया आशियाना दिवंगत पूर्व लोकसभा स्पीकर पी ए संगमा को आवंटित बंगला हो सकता है। शहरी विकास मंत्रालय ने उस बंगले में रह रहे संगमा के बेटे और लोकसभा सासंद कॉनराड से उसे छोड़ने का अनुरोध किया है। राष्ट्रपति मुखर्जी का कार्यकाल अगले साल जुलाई में समाप्त हो रहा है।
उरी हमला: पाकिस्तानी उच्चायुक्त को तलब कर भारत ने सौंपे सबूत

उरी हमला: पाकिस्तानी उच्चायुक्त को तलब कर भारत ने सौंपे सबूत

भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर दो टूक कहा कि उसे जो सबूत मिले हैं उससे यह पता चलता है कि उरी हमले में पाक आधारित आतंकवादियों की संलिप्तता थी। भारत ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान से कहा कि वह नई दिल्ली के खिलाफ आतंकवाद का समर्थन और प्रायोजन करने से बचे।
संबंधों में सुधार के लिए पाकिस्तान पहुंचा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल

संबंधों में सुधार के लिए पाकिस्तान पहुंचा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल

हाल ही में बलूचिस्तान में हुए एक अमेरिकी ड्रोन हमले में अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला मंसूर के मारे जाने से द्विपक्षीय संबंधों में आए तनाव तथा बढ़ते भारत-अमेरिका रणनीतिक सहयोग को लेकर कड़ी चिंता जताए जाने के बीच एक उच्च स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल आज पाकिस्तान पहुंचा।
चर्चाः अंकल ओबामा ‘पाक भतीजों’ को भी दें शिक्षा | आलोक मेहता

चर्चाः अंकल ओबामा ‘पाक भतीजों’ को भी दें शिक्षा | आलोक मेहता

बराक ओबामा पहले अमेरिकी राष्‍ट्रपति हैं, जिन्होंने हिरोशिमा जाकर 1945 में अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराए जाने की भयानक मानवीय गलती को स्वीकारा एवं विभीषिका में मारे गए लोगों के स्मृति स्‍थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 70 साल बाद ही सही अमेरिकी शासक की ओर से की गई यह पहल दुनिया के लिए सबक है।
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