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Search Result : "तुलसीराम प्रजापति"

रानी से रानी का मुकाबला?

रानी से रानी का मुकाबला?

उत्तर प्रदेश के अमेठी में नजारा दिलचस्प है। इस सीट से कांग्रेस नेता संजय सिंह की दो पत्नियों के बीच अप्रत्यक्ष चुनावी मुकाबला है। रानी से रानी के इस मुकाबले में पहली रानी गरिमा सिंह को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस-सपा गठजोड़ के कारण सपा उम्मीदवार उतारे जाने के बावजूद कांग्रेस से टिकट की दावेदार रहीं दूसरी पत्नी अमिता सिंह के मैदान में उतरने से अभी इनकार नहीं किया सकता।
अखिलेश ने खुद को यू टर्न लेने वाला मुख्यमंत्री साबित किया: मायावती

अखिलेश ने खुद को यू टर्न लेने वाला मुख्यमंत्री साबित किया: मायावती

उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के आज हुए मंत्रिमंडल विस्तार पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि अखिलेश ने खुद को कमजोर एवं यू टर्न लेने वाला मुख्यमंत्री साबित किया है।
अखिलेश ने किया मंत्रिमंडल का विस्तार गायत्री फिर हुए शामिल

अखिलेश ने किया मंत्रिमंडल का विस्तार गायत्री फिर हुए शामिल

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए बर्खास्त मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति कोएक बार फिर मंत्री बनाया है। इसके साथ ही चार मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि छह राज्य मंत्रियों को पदोन्नत किया गया है।
अखिलेश ने एक और मंत्री को किया बर्खास्त

अखिलेश ने एक और मंत्री को किया बर्खास्त

विधानसभा चुनाव से पहले साफ छवि रखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को दो मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया। पहले अखिलेश ने खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के बर्खास्त किया उसके कुछ ही देर बाद पंचायती राज मंत्री राजकिशोर सिंह को भी बर्खास्त कर दिया।
अखिलेश ने खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को किया बर्खास्त

अखिलेश ने खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को किया बर्खास्त

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर कड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्तगी का क्या कारण है इस बारे में तो पता नहीं चल पाया है। लेकिन माना जा रहा है कि अवैध खनन की लगातार शिकायतें मिलने से प्रजापति को बर्खास्त किया गया है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी वंजारा नौ साल बाद लौटे गुजरात

पूर्व आईपीएस अधिकारी वंजारा नौ साल बाद लौटे गुजरात

इशरत जहां मुठभेड़ मामले में जमानत मिलने के बाद नौ साल बाद पूर्व डीआईजी डीजी वंजारा गुजरात लौटे हैं। इशरत जहां के अलावा उनपर और भी कई फर्जी एनकाउंटर्स के आरोप थे।
मेहरबानी सरकार की

मेहरबानी सरकार की

गुजरात में बहुत से लोगों के लिए केंद्र सरकार के एक साल पूरा होते न होते अच्छे दिन आ गए हैं। जिनके दिन और रात पहले से काले थे, उन्हें अब अमावस्या में जीने की सलाह दी जा रही है। आज की वारीख में चाहे वह इशरत जहां का फर्जी एनकाउंटर का मामला हो या सोहराबुद्दीन की हत्या का, सब मामलों में तमाम आरोपियों को जेल से मुक्ति, मुकदमों से मुक्ति की राह निकल पड़ी है। दोषियों, आरोपियों की रिहाई की यह रेल जिस तेजी से चल रही है, उसमें 2002 गुजरात नरंसहार के दोषियों को भी मुक्ति की आस बंध गई है।
गीता जौहरी के भी अच्छे दिन आये

गीता जौहरी के भी अच्छे दिन आये

मुंबई की एक विशेष अदालत ने सोहराबुद्दीन शेख और तुलसीराम प्रजापति फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गीता जौहरी के खिलाफ आरोपों को हटा दिया क्योंकि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए महाराष्ट्र सरकार से अनिवार्य अनुमति नहीं मिली।
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