कहने कि जरूरत नहीं है की जस्टिन बीबर का दीवानापन सर चढ़ गया था। इस कंसर्ट के टिकट 75 हजार रुपये तक बिके। जस्टिन बीबर को सुनने के लिए मुंबई फिल्म उद्योग की नामी हस्तियां भी पहुंची थीं। पिछले कुछ दिनों से उनकी हर हलचल खबर थी। बुधवार को जब वह स्टेडियम में पहुंचे तो हर कोने से उनका नाम पुकारा जा रहा था।
कविता की एक पंक्ति है- 'आशा पर टिका है आकाश।’ किसी आधार, स्तंभ, जड़ों का कोई निशान नहीं मिलता। दुनिया में महान भारत ही ऐसा राष्ट्र है, जहां करोड़ों लोग युगों-युगों से अच्छे दिन, अच्छे फल, उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ पूरी उम्मीद रखते हैं।