एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी को एनडीटीवी ने अन्यायपूर्ण करार दिया है। इस मसले पर मीडिया जगत के लोग एनडीटीवी के समर्थन और विरोध दोनों में बंटे दिखाई दिए। अब चैनल ने सरकार को छह बिंदुओं का जवाब दिया है।
CBI ने आईसीआईसीआई बैंक को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के चलते सोमवार को NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी के दिल्ली और देहरादून स्थित चार आवासों पर छापा मारा। NDTV ने CBI की इस कार्रवाई को पुराने आरोपों को लेकर परेशान करने वाली कार्रवाई करार दिया है। CBI अपनी FIR में उन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉव के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के साथ ही बाबा रामदेव के एनडीटीवी को खरीदने से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस पर भी आज बहस चल निकली है।
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि एनडीटीवी पर एक दिन का प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली चैनल की याचिका पर पांच दिसंबर को सुनवाई की जायेगी। सरकार ने पहले ही एक दिन का प्रतिबंध लगाने के अपने निर्णय पर अमल स्थगित कर दिया है।