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बीजेपी पर बरसे अखिलेश यादव, कहा- संविधान को भी रौंद सकते हैं किसानों और कानून को कुचलने वाले

सहारनपुर की एक जनसभा में अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता में बैठे लोगों...
बीजेपी पर बरसे अखिलेश यादव, कहा- संविधान को भी रौंद सकते हैं किसानों और कानून को कुचलने वाले

सहारनपुर की एक जनसभा में अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता में बैठे लोगों का काम देखा है। हमने लखीमपुर में उनकी हरकत देखी। किसानों को वाहनों से कुचल दिया गया। कानून की धज्जियां उड़ाने की भी तैयारी थी। जो किसानों और कानून को कुचल सकते हैं, वे संविधान को भी रौंद सकते हैं।

लखीमपुर हिंसा का जिक्र करते हुए सपा नेता ने कहा कि कोई भी अहंकारी बचा नहीं है। अहंकारी को जनता ने हर बार सबक सिखाया है। गृह राज्यमंत्री के बेटे की गिरफ्तारी न होने को लेकर अखिलेश ने कहा कि ये अहंकार ही तो है कि घटना में आरोपी पाए गए गृह राज्यमंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर नहीं लिखी गई और न ही दोषियों को पकड़ा गया।

उन्होंने कहा कि अगर गृह राज्यमंत्री के घर पुलिस का कोई अधिकारी जाएगा तो पहले सैल्यूट मारेगा, उसके बाद कुछ बातें होंगा और फिर सैल्यूट मारकर चला जाएगा, ऐसे में जांच कैसे हो पाएगी। भाजपा पर आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। हमें और आपको सावधान रहना होगा। जनसभा के दौरान अखिलेश यादव ने देश के इतिहास को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत में सभी एक साथ मिल-जुलकर रहते हैं। यही हमारे देश की पहचान है। यहां सभी जाति-धर्म के लोग एक छत के नीचे रहते हैं।

उन्होंने भाजपा पर देश में सबचीजें बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि बाबा साहब ने जो संविधान में अधिकार दिए हैं अब उनका क्या होगा? अखिलेश ने कहा कि भाजपा खेल कोई समझ नहीं पाया है। एक-एक करके ये सब प्राइवेट हाथों में बेच दे रहे हैं। हो सकता है सरकारी कंपनी भी बिक जाए। इसके बाद ये कहें कि हम नहीं चलाएंगे अब आउटसोर्स होकर सरकार चलाएंगे। अखिलेश ने कहा कि भाजपा को केवल कुर्सी और सत्ता चाहिए। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी लोग गरीब को आगे बढ़ाएंगे।

अखिलेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ साल पहले नदियों को साफ करने का संकल्प लिया गया था, लेकिन आज भी यमुना नदी में कचरा डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी में यमुना साफ है लेकिन यही नदी जब दिल्ली पहुंचती है तो काली हो जाती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों को दिल्ली नहीं दिख रही और लखनऊ वालों को मथुरा नहीं दिख रहा।  उन्होंने कहा कि गंगा-यमुना नदी हमारी पहचान है।

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